Eyewitness Govt School Building Collapse: आठवीं कक्षा की छात्रा सुनीता ने बताया कि हम स्कूल गए ही थे, मैं झाडू निकाल रही थी। इसी दौरान हादसा हो गया। मैं भागकर बाहर आ गई, लेकिन उसकी बहन कमरे में थी।
Jhalawar News: पिपलोदी हादसे की चश्मदीद कक्षा 8 की छात्रा मुस्कान रैदास ने बताया कि विद्यालय का कमरा जर्जर अवस्था में था। जिसमें बच्चों को बिठाया भी नहीं जा रहा था, परंतु शिक्षकों ने कमरे की सफाई करवाकर उसमें कक्षा लगाने के लिए बच्चों को बिठाया। बच्चों ने शिक्षकों को छत से कंकर गिरने के लिए अवगत भी कराया परन्तु शिक्षक विद्यालय के परिसर में बैठ नाश्ता कर रहे थे। मैं ओर मेरी दोस्त दोनों लघुशंका करने निकल गए, इतनी देर में छत भरभराकर गिर गई।
आठवीं कक्षा की छात्रा सुनीता ने बताया कि हम स्कूल गए ही थे, मैं झाडू निकाल रही थी। इसी दौरान हादसा हो गया। मैं भागकर बाहर आ गई, लेकिन उसकी बहन कमरे में थी। लोगों ने मलबा हटाया तो वह बुरी तरह घायल थी। जिसकी बाद में अस्पताल में मौत हो गई।
राज्य सरकार ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का निर्णय लिया है। सरकार ने मृतक विद्यार्थियों के परिजनों को ₹10 लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही एक परिजन को संविदा आधार पर रोजगार भी प्रदान किया जाएगा।
इसके अलावा प्रस्तावित नए विद्यालय भवन में बनने वाले कक्षा-कक्षों का नाम दिवंगत विद्यार्थियों के नाम पर रखा जाएगा ताकि उनकी यादें हमेशा के लिए जीवित रहें।