आरोपी के कब्जे से विभिन्न बैंकों के 42 एटीएम, स्वाइप/पोस मशीन बरामद की गई। पहले भीड़भाड़ वाले एटीएम मशीनों की रैकी करता है। इसके बाद पैसे निकलवाने आने वाले व्यक्तियों को जाल में फंसाकर उनके पैसे खुद निकाल कर देने का बहाना बना कर एटीएम धारक से एटीएम कार्ड ले लेता है।
झुंझुनूं. राजस्थान में कई स्थानों पर मदद के बहाने एटीएम कार्ड बदलकर रुपए निकालने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी हांसी, हिसार निवासी अमृत कुमार पुत्र राजकुमार सांसी अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड रखता था और एटीएम मशीन के अंदर भोले-भाले लोगों के पीछे खड़े रहकर मदद के बहाने एटीएम कार्ड बदलकर उसी कलर का एटीएम कार्ड देकर दुसरी जगह जाकर रुपए निकाल लेता था। बगड़ थानाधिकारी हेमराज मीणा ने बताया कि 10 अक्टूबर को परिवादी अमीचन्द मेघवाल निवासी इस्लामपुर ने रिपोर्ट दी थी कि आठ अक्टूबर को उसका बेटा नरेन्द्रगोयन पिन जनरेट करवाने एसबीआई एटीएम बगड में गया था। जहां पर एक अज्ञात व्यक्ति ने एटीएम कार्ड बदलकर चार बार में 37000 रुपए निकलवा लिया। रिपोर्ट दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज खंगाले के बाद मुखबिर से पता चला कि फुटेज में दिखने वाले व्यक्ति ने जायल, नागौर में भी एटीएम कार्ड बदलकर ऐसी घटना की है। इस पर टीम ने आरोपी अमृत कुमार से पूछताछ की तो उसने बगड में एटीएम कार्ड बदलकर पैसे निकालने की घटना कबूल की। इस पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से विभिन्न बैंकों के 42 एटीएम, स्वाइप/पोस मशीन बरामद की गई। पहले भीड़भाड़ वाले एटीएम मशीनों की रैकी करता है। इसके बाद पैसे निकलवाने आने वाले व्यक्तियों को जाल में फंसाकर उनके पैसे खुद निकाल कर देने का बहाना बना कर एटीएम धारक से एटीएम कार्ड ले लेता है। उसको एटीएम मशीन में लगाकर प्रोसेस करता और इसके बाद कार्ड धारक से ही पिन लगवाता है। उन पिन नंबर को याद कर एटीएम मशीन की प्रक्रिया को रोकने के लिये कैंसिल का बटन दबा देता है। इससे धारक को पैसे नहीं मिलते है। इस बीच मनीष शातिराना तरीके से पीड़ित व्यक्ति का एटीएम कार्ड बदलकर उसे दूसरा कार्ड दे देता है और खुद दूसरे एटीएम से रुपए निकालकर फरार हो जाता है। आरोपी ने कुचामन, मारोठ, मेड़ता सिटी, लोसल, सीकर, झुंझुनूं, चूरू, रूपनगढ, लाडनूं आदि स्थानों पर वारदातें कर लाखों रुपए निकालना स्वीकार किया है।