337 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त करने का मामला: रुपए कमाने के लालच में पढ़ाई के साथ ड्रग्स पेडलर बने दोनों चचेरे भाई
जोधपुर.
प्रतापनगर थानान्तर्गत ज्वाला विहार स्थित किराए के कमरे में दस लाख रुपए की 337 ग्राम एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार होने वाले दो चचेरे भाइयों से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। दोनों आरोपी जोधपुर में पढ़ाई करते हैं, लेकिन रुपए कमाने के लालच में एमडी ड्रग्स पेडलर बन गए थे। आरोपियों ने पिछले डेढ़ दो महीने में चार सौ ग्राम एमडी ड्रग्स खरीदी थी। ड्रग्स खरीदने के लिए आरोपी मोबाइल ऐप के जरिए सप्लायर से सम्पर्क करते थे। फिर वो वर्चुअल मोबाइल नम्बर से कॉल करते थे। तब आरोपी उसे ड्रग्स का ऑर्डर देते थे।
प्रतापनगर थाना पुलिस ने गत 14 दिसम्बर की रात ज्वाला विहार में मकान की दूसरी मंजिल पर कमरे में दबिश देकर भाटेलाई पुरोहितान गांव निवासी बजरंग मांजू और उसके चचेरे भाई नंदकिशोर मांजू को पकड़ा गया था। बजरंग से 157.25 ग्राम और नंदकिशोर से 180 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त की गई थी। बजरंग से पूछताछ में सामने आया कि वह मोबाइल ऐप के जरिए ड्रग्स सप्लायर से सम्पर्क करता था। ड्रग्स की जरूरत होने पर वह ऐप ओपन करता था। तब उसे एक आइडी मिलती थी और वह आइडी को ड्रग्स सप्लायर को ऐप के जरिए मैसेंजर पर भेजता था। उसी से दोनों में सम्पर्क होता था। इसके अलावा ड्रग्स सप्लायर वर्चुअल विदेशी नम्बर से वाट्सऐप कॉल करके बजरंग से बात करता था। तब उसे ड्रग्स का ऑर्डर दिया जाता था। मुख्य सप्लायर को पकड़ने के लिए पुलिस ने वाट्सऐप से वर्चुअल नम्बर की जानकारी मांगी है।
ऑर्डर लेने के बाद ड्रग्स सप्लायर बजरंग को बाइपास पर बुलाता था, जहां मुख्य सप्लायर कार लेकर आता था और एमडी ड्रग्स की सप्लाई देकर रुपए लेता था और लौट जाता था।
बजरंग मुख्य सप्लायर से ड्रग्स मंगाता था। नंदकिशोर उसी से ड्रग्स खरीदता था। इसके बाद दोनों इलेक्ट्रॉनिक तराजू से एक एक ग्राम ड्रग्स तोलकर पुडि़यों में पैक करते थे। फिर मोटरसाइकिल पर ड्रग्स की सप्लाई करते थे। इनसे तीन इलेक्ट्रॉनिक तराजू व बाइक भी जब्त की गई थी। आरोपी दो बार 50-50 ग्राम, 100 ग्राम और 200 ग्राम एमडी ड्रग्स खरीद चुके हैं।
सूचनाएं मांगी हैं...
आरोपी बजरंग व नंदकिशोर रिमाण्ड पर हैं। इनसे पूछताछ में कई बातें सामने आईं हैं। ड्रग्स के मुख्य सप्लायर को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। वो वर्चुअल नम्बर से सम्पर्क करता था। इसलिए वाट्सऐप से सूचनाएं मांगी गई हैं।
-नितिन दवे, जांच अधिकारी व थानाधिकारी, चौहाबो।