Rajasthan News: दुनिया के अलग-अलग देशों में यह ग्रहण दिखेगा। यह ग्रहण दक्षिण अमरीका, उत्तरी अमरीका के दक्षिणी भागों, प्रशान्त महासागर, एटलांटिक महासागर, चिली, अर्जेंटीना, ब्राजील, मैक्सिको, पेरू, न्यूजीलैंड, फिजी आदि देशों में कुछ समय के लिए दिखाई देगा।
Annular Solar Eclipse: इस बार पितृपक्ष की शुरुआत जहां चंद्रग्रहण के साथ हुई है, वहीं, पितृ पक्ष पखवाड़े का समापन सूर्यग्रहण के साथ होगा। खास बात यह है कि जिस प्रकार चन्द्रगहण भारत में दिखाई नहीं दिया, इसी प्रकार सूर्यग्रहण भी यहां दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। खारिया मीठापुर के पंडित बालमुकुन्द पारीक के अनुसार साल का आखिरी सूर्य ग्रहण एक वलयाकार ग्रहण होगा।
दुनिया के अलग-अलग देशों में यह ग्रहण दिखेगा। यह ग्रहण दक्षिण अमरीका, उत्तरी अमरीका के दक्षिणी भागों, प्रशान्त महासागर, एटलांटिक महासागर, चिली, अर्जेंटीना, ब्राजील, मैक्सिको, पेरू, न्यूजीलैंड, फिजी आदि देशों में कुछ समय के लिए दिखाई देगा। इस ग्रहण की कंकण कृति केवल दक्षिणी चिली और दक्षिणी अर्जन्टीना में ही दिखाई देगी। सूर्य ग्रहण की कुल अवधि- 6 घंटे 04 मिनट तक रहेगी।