वैदिक पंचांग के अनुसार 17 जून को सुबह 4 बजकर 45 मिनट पर ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि शुरू होगी
धार्मिक आयोजन : 17 व 18 जून को चलेगा दान-पुण्य का दौर
जोधपुर / भोपालगढ़ . ज्येष्ठ माह में आने वाली एकादशी निर्जला एकादशी के रूप में 17 व 18 जून को श्रद्धापूर्वक मनाई जाएगी और इस दिन महिलाएं पूरे दिन बिना पानी पिए व्रत करेंगी। निर्जला एकादशी के दिन पानी का दान करना बहुत ही शुभ व फलदायी माना गया है। स्थानीय पंडित ओमा महाराज के अनुसार महिलाओं के लिए निर्जला एकादशी का बड़ा महत्व है और इस साल निर्जला एकादशी 18 जून को तीन शुभ योग में मनाई जाएगी।
इस दिन त्रिपुष्कर योग, शिव योग और स्वाति नक्षत्र का अद्भुत संयोग बन रहा है। इसलिए इस दिन भगवान विष्णु की भी पूजा-अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी। वैदिक पंचांग के अनुसार 17 जून को सुबह 4 बजकर 45 मिनट पर ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि शुरू होगी और इसका समापन 18 जून को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर होगा। उदयतिथि के अनुसार इस साल निर्जला एकादशी का व्रत 17 जून को रखा जाएगा। लोग निर्जला एकादशी का व्रत 17 जून को रखेंगे, वहीं वैष्णव लोग 18 जून को निर्जला एकादशी व्रत रखेंगे। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इस दौरान पूजा में चौकी, पीला कपड़ा, दीपक, आम के पत्ते, कुमकुम, फल, फूल, मिठाई, अक्षत, पंचमेवा, धूप समेत अन्य पूजा सामग्री शामिल करनी चाहिए।