Patrika Mahila Suraksha Abhiyan : राजस्थान पत्रिका व श्री पुष्टिकर महिला महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में छात्राओं व शिक्षिकाओं को साइबर डिजिटल फ्रॉड व वर्चुअल ईव टीजिंग संबंधित जानकारी दी गई।
Jodhpur News : राजस्थान पत्रिका व श्री पुष्टिकर महिला महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में स्पीक आउट कार्यक्रम के तहत गुरुवार को अवेयरनेस वर्कशॉप का आयोजन हुआ। इसमें छात्राओं व शिक्षिकाओं को साइबर डिजिटल फ्रॉड व वर्चुअल ईव टीजिंग संबंधित जानकारी दी गई।
एसीपी पूर्व सेंट्रल मंगलेश चुंडावत ने छात्राओं से सोशल मीडिया के कौन-कौन से प्लेटफॉर्म से जुडे होने व इन पर अपने एकाउंट को पब्लिक या प्राइवेट मोड पर किए होने के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वो ही इन्फॉर्मेशन शेयर करनी चाहिए, जो सभी को बताना जरूरी हो। वरना आपकी फोटो व वीडियो का कई साल बाद भी गलत तरीके से उपयोग हो सकता है। इससे ईव टीजिंग का शिकार होने के साथ ही साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर की स्थिति भी बन सकती है। ऐसे में अपने सोशल मीडिया एकाउंट को प्राइवेट रखने के साथ ही अपने एकाउंट, आधार नंबर, ओटीपी को किसी से शेयर नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्चुअल लाइफ से ज्यादा रियल लाइफ को एंजॉय करना चाहिए।
साइबर थाना एसीपी पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि साइबर क्राइम दो तरीके के होते है। पहले साइबर फ्रॉड में लोगों को ठगी का शिकार बनाया जाता है। दूसरे में व्यक्ति की इमेज का दुरुपयोग करना और फोन हैकिंग करना होता है। इससे बचने के लिए मोबाइल फोन का स्ट्रॉन्ग पासवर्ड होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मोबाइल लॉक में इमरजेंसी नंबर सेव करने की सुविधा होती है, जिसमें एक नम्बर सेव करके रखना चाहिए। इससे आपातकाल या दुर्घटना जैसी स्थिति में मोबाइल लॉक होने के बाद भी इमरजेंसी नंबर पर सूचित किया जा सकें।
साइबर एक्सपर्ट एएसआइ जमशेद खान ने छात्राओं से कहा कि अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों को जोड़ने से बचना चाहिए। वहीं सोशल मीडिया अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए टू स्टेप वेरिफिकेशन (Two Step Verification) का उपयोग करना चाहिए। खान ने साइबर थाने में आने वाले ठगी के कई तरह के प्रकरणों का उदाहरण देकर छात्राओं को जागरूक किया।
वर्कशॉप में पुलिस थाना खांडा फलसा थानाधिकारी बलवंत सिंह, सारथी ट्रस्ट मैनेजिंग डायरेक्टर कृति भारती, महाविद्यालय सचिव ओपी लोहरा व राजस्थान पत्रिका के रामावतार ने भी छात्राओं को साइबर डिजिटल फ्रॉड के बारे में विभिन्न उदाहरणों से जानकारी दी। मंच संचालन डॉ आभा पुरोहित, डॉ राजेश बोहरा ने किया। वहीं वर्कशॉप में महाविद्यालय कोषाध्यक्ष शांतिप्रसाद हर्ष, प्राचार्य केके व्यास, विशाल व्यास, वीके जोशी, डॉ समता चौहान, सोना लोहरा, आरती व्यास, हरीश व्यास, डॉ माधव, देव बोहरा, डॉ पूजा पुरोहित व प्रो खालिद अली सहित छात्राएं उपस्थित रही।