छात्र के खुले नाले में डूबने का मामला : दिनभर मोर्चरी के बाहर धरना, फिर पोस्टमार्टम
जोधपुर.
एयरपोर्ट रोड पर खुले नाले में एक छात्र के डूबने के मामले में मेघवाल समाज और परिजन ने शुक्रवार को महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना देकर विरोध जताया। आखिर में परिजन को 26 लाख रुपए, एक आश्रित को संविदा नौकरी तथा सरस बूथ देने की घोषणा पर सहमति बनी। तब पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंपा गया।
पुलिस के अनुसार मूलत: शेरगढ़ तहसील के सुवालिया हाल अफसर मैस के पास निवासी तगाराम (24) पुत्र नरपतराम मेघवाल गुरुवार को बारिश के दौरान एयरपोर्ट रोड पर पानी से भरे खुले नाले में गिर गया था। क्षेत्रवासी उसे बचाने नाले में उतरे और फिर नगर निगम की मदद से उसे बाहर निकालकर एमडीएम अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था। शव एमजीएच मोर्चरी में रखवाया गया था, जहां शुक्रवार सुबह मेघवाल समाज के साथ ही परिजन व ग्रामीण धरने पर बैठ गए।
भोपालगढ़ विधायक गीता बरवड़, महापौर वनिता सेठ, पूर्व विधायक पुखराज गर्ग, हीराराम मेघवाल, कांग्रेस नेता उम्मेदसिंह, भाजपा नेता महेन्द्र मेघवाल, दलित शोषण मुक्ति मंच के प्रदेश संयोजक किशन मेघवाल सहित मेघवाल समाज के अनेक व्यक्ति धरने में शामिल हुए। मांगों के निस्तारण न होने तक शव न उठाने पर अड़ गए। मुख्यमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन दिया गया।
- नगर निगम के दोषी अधिकारी, कर्मचारी व ठेकेदार को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
- घटना की न्यायिक जांच करवाई जाए।
- मृतक के आश्रित को एक करोड़ रुपए आर्थिक सहायता व नौकरी।
- इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कड़े कदम उठाए जाएं।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रतिनिधिमण्डल से वार्ता की। तत्पश्चात नगर निगम, ठेकेदार और चिरंजीवी योजना के तहत कुल 26 लाख रुपए, एक आश्रित को निगम में संविदा पर नौकरी और सरस बूथ का केबिन देने पर सहमति बनी। निगम व ठेकेदार की ओर से चेक सौंप दिए गए। तब परिजन पोस्टमार्टम करवाने पर राजी हुए। इस संबंध में कोई एफआइआर दर्ज नहीं करवाई गई है। मृतक के भाई अशोक की ओर से मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की गई है।