शुरू हुआ नियमित संचालन, कोयला लोड ट्रेन ने भरी पहली दौड़, रेलवे की है बड़ी उपलब्धी
कटनी. कटनी ही नहीं प्रदेश व देश के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा। 1800 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे एशिया के सबसे बड़े रेल ग्रेड सेपरेटर का अप ट्रैक तैयार हो गया है। शुक्रवार से इस पर नियमित ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। कटंगी खुर्द से न्यू मझगवां फाटक तक बने 15.85 किलोमीटर लंबे अप ट्रैक पर पहली मालगाड़ी दौड़ी। 58 बोगियों वाली कोयला लोड मालगाड़ी 70 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ भरी। यह ट्रेन सिंगरौली से आई और कोटा डिवीजन के लिए रवाना हुई।
एरिया मैनेजर कुमार सौरभ के अनुसार सुबह 11.55 बजे ट्रेन कटंगी से निकली और 12.20 पर मझगवां फाटक पहुंची। इस मौके पर एरिया मैनेजर समेत रेलवे अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले 12 अगस्त को सीआरएस ने 120 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से इस अप ट्रैक पर ट्रेन चलाकर निरीक्षण किया था। इसके बाद से सुरक्षा मानकों की मंजूरी मिलते ही संचालन प्रारंभ कर दिया गया। बता दें कि 33.40 किमी लंबा है कटनी ग्रेड सेपरेटर है, इसमें डाउन ग्रेड सेपरेटर 17.52 किमी व अप ग्रेड सेपरेटर - 15.85 किमी शामिल है।
निर्माण में 15 हजार मीट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील और उच्च गुणवत्ता वाली मशीनरी का उपयोग किया गया है। यह भारत का सबसे लंबा रेलवे वायडक्ट है। इससे न सिर्फ रेलवे बल्कि यात्रियों को बड़ा फायदा होगा। बीना-कटनी रेलखंड पर मालगाडिय़ों की गति और संख्या दोनों बढ़ेगी, कटनी, न्यू कटनी जंक्शन और मुड़वारा जैसे व्यस्त क्षेत्र का बायपास होगा, मालगाडिय़ों के परिचालन समय में बड़ी बचत होगी।, पमरे (पश्चिम-मध्य रेलवे) को राजस्व में लाभ होगा, बीना से न्यू कटनी जंक्शन तक निर्बाध और सीधी रेल कनेक्टिविटी मिलेगी, यात्रियों को भी ट्रेनों की समयबद्ध सुविधा का फायदा मिलेगा।