हेलीकॉप्टर सलैया-सिहोरा स्कूल के मैदान में उतरते ही ग्रामीणों के लिए बना कौतूहल, दो दिनों से जुट रही भीड़, दिल्ली से पहुंचे इंजीनियरों ने शुरू किया सुधार कार्य, कलेक्टर को सौपेंगे जांच रिपोर्ट
कटनी. शुक्रवार की शाम 4 बजे जिले के बरही क्षेत्र स्थित ग्राम सलैया सिहोरा में स्कूल के समीप उस समय हलचल मच गई जब एक निजी हेलीकॉप्टर अचानक आसमान से नीचे उतरने लगा। थोड़ी ही देर में वह स्कूल के मैदान में ठहर गया। जब सुरक्षित लैडिंग हो गई तो पायलट बाहर आया और उसने ग्रामीणों को बताया कि वह बनारस से जबलपुर जा रहा था। उड़ान के दौरान अचानक इंजन में तकनीकी खराबी आने पर पायलट ने बिना समय गंवाए बरही के समीप ग्राम सलैया-सिहोरा स्थित शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल के मैदान में आपातकालीन लैंडिंग कर दी। पायलट की त्वरित निर्णय क्षमता और अनुभव के चलते एक संभावित बड़ा हादसा टल गया। अब इस मामले की जांच शुरू हो है कि आखिरकार इसमें क्या खराबी आई थी और इमरजेंसी लैडिंग की नौबत क्यों आई। दिल्ली से पहुंचे इंजीनियर सुधार कार्य में लगे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार यह हेलीकॉप्टर बैंगलोर की एक फ्लाइंग कंपनी संजय घोणावत समूह का है, जो जबलपुर और गोंदिया क्षेत्र में विमानन सेवाएं संचालित करता है। अमूमन ऐसे हेलीकॉप्टर का उपयोग सांसद, विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए उपयोग में लाया जाता है। उड़ान के बीच इंजन में अचानक वाइब्रेशन और पॉवर लॉस की समस्या आने लगी। पायलट ने तुरंत कंट्रोल रूम से संपर्क कर इमरजेंसी लैंडिंग की मंजूरी ली। आस-पास का क्षेत्र स्कैन करने के बाद पायलट ने सलैया-सिहोरा स्कूल मैदान को सुरक्षित जगह मानते हुए लैंडिंग की प्रक्रिया अपनाई। हेलीकॉप्टर में उस समय केवल पायलट ही मौजूद था, जिससे खतरा कम हो गया, लेकिन तकनीकी खराबी किस प्रकृति की है यह पायलट सिमरन सिंह निवासी पटियाला ने नहीं बताई।
इमरजेंसी लैंडिंग की खबर जैसे ही फैली, गांव के लोग घरों से निकलकर मैदान की ओर दौड़ पड़े। बच्चे, युवा, बुजुर्ग—हर कोई हेलीकॉप्टर को करीब से देखने उमड़ पड़ा। कई लोग हेलीकॉप्टर की तस्वीरें और वीडियो बनाने लगे। भीड़ बढ़ती देख पुलिस ने चारों ओर घेरा बनाकर हेलीकॉप्टर को सुरक्षित किया। स्कूल परिसर में दो दिन से बच्चे हेलीकॉप्टर के आसपास घूमकर उत्सुकता में समय बिता रहे हैं, कई बच्चों ने पहली बार हेलीकॉप्टर को इतना करीब से देखा।
बरही थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह यादव अपने बल के साथ तुरंत पहुंच गए। हेलीकॉप्टर के चारों ओर सुरक्षा घेरा बनाया गया। रातभर डायल 112 के पुलिसकर्मी तैनात किए गए ताकि किसी प्रकार की छेड़छाड़ या नुकसान न हो सके। प्रशासन ने हेलीकॉप्टर को कवर कराकर सुरक्षित तरीके से खड़ा करवाया। थाना प्रभारी ने बताया कि हेलीकॉप्टर पूरी तरह सुरक्षित है और किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।
तकनीकी जांच के लिए दिल्ली से विशेषज्ञ इंजीनियर भेजे गए हैं जो सुधार कार्य में जुट गए हैं। टीम रविवार को हेलीकॉप्टर को उड़ान भरने के लिए तैयार करकर देगी। इंजन की तकनीकी खराबी का परीक्षण, पुर्जों की जांच और मरम्मत का काम यहीं किया जा रहा है। जब तक समस्या पूरी तरह ठीक नहीं हो जाती, हेलीकॉप्टर को बरही में ही रोका जाएगा। घोणावत समूह की टीम भी लगातार प्रशासन और पायलट से संपर्क में है।
तकनीकी खराबी के बावजूद हेलीकॉप्टर का सुरक्षित उतरना किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा। पायलट की सूझबूझ की हर ओर सराहना की जा रही है। अनुभवी पायलट होने के कारण हादसा होते बचा। ग्रामीणों ने भी मौके की संवेदनशीलता को समझते हुए सुरक्षा में सहयोग किया। यदि यह खराबी किसी घनी आबादी वाले क्षेत्र या तेज उड़ान के दौरान होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। इमरजेंसी लैंडिंग के बाद से पूरे इलाके में सिर्फ इसी घटना की चर्चा है। लोग लगातार स्कूल मैदान पहुंच रहे हैं। बच्चे हेलीकॉप्टर को देखकर बेहद उत्साहित हैं। बुजुर्गों ने इस घटना को जीवन का खास अनुभव बताया।
हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के बाद पायलट ने इस आशय की सूचना कलेक्ट्रर और और एसपी को पत्राचार कर दिया है। इंजन में क्या खराबी थी, किस पुर्जे में क्या समस्या आई थी, इसकी रिपोर्ट इंजीनियर कलेक्टर को देंगे, ताकि मामले का अध्ययन हो सके, जिससे इस तरह की पुनर्रावृत्ति न हो।
वर्जन
बनारस से जबलपुर जा रहे एक हेलीकॉप्टर की सलैया-सिहोरा में इमरजेंसी लैंडिंग हुई है। क्या खराबी आई है इसका पता नहीं चल पाया। दिल्ली से इंजीनियरों की टीम पहुंची है। जांच रिपोर्ट कलेक्टर को देंगे।
अभिनय विश्वकर्मा, एसपी।