कटनी

80 वेयरहाउस फुल अब फिर ओपन कैपों में 42 हजार एमटी भंडारित हो रही धान

Paddy will be stored in open caps

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Jan 22, 2025
Paddy will be stored in open caps

जिले के मझगवां में 7 हजार मैट्रिक टन व बहोरीबंद में 35 हजार मैट्रिक टन का कराया जा रहा भंडारण

कटनी. जिले में इस साल धान की बंपर पैदावार हुई है। सरकारी खरीदी केंद्रों में धान की आवक इतनी ज्यादा हो गई है कि तय किए गए वेयरहादसों में धान नहीं समा रहा। अब प्रशासन को पूर्व के वर्षों की भांति ओपन कैप में धान भंडारित कराने का निर्णय लेना पड़ा है। हालांकि ओपन कैप में भंडारित होने वाली धान की कहानी बेहतर नहीं रही है। करोड़ों रुपए की धान बेपरवाही की भेंट चढ़ी है। सुरक्षा के अभाव में धान खराब व चोरी हो गई थी, अब फिर वही प्रक्रिया अपनाई जा रही है, हालांकि इस साल कम मात्रा में धान भंडारित कराई जा रही है। हैरानी की बात तो यह है कि पूर्व से ही लगभग साढ़े 4 लाख मैट्रिक टन धान उपाॢजत होने का अनुमान था, इसके अनुसार विभागों ने धान के भंडारण की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं कराई।

इन स्थानों पर भंडारण
जिले में धान के भंडारण के लिए 80 गोदामों को अधिग्रहित किया गया था, जहां पर धान भंडारित कराई जा रही है। 17 गोदाम स्तरीय खरीदी केंद्र व 72 समिति स्तरीय केंद्र बनाए गए हैं। वेयर हाउसों में क्षमता न बची होने के के कारण बड़वारा के मझगवां ओपन कैप में 7 हजार मैट्रिक टन धान व बहोरीबंद के ओपन कैप में 35 हजार मैट्रिक टन धान के भंडारण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यहां पर धान सुरक्षित कराई जा रही है। यहां की कि धान के डीओ सबसे पहले मिलिंग के लिए जारी किए जाएंगे।

मिलर्स कर रहे धीमा उठाव
बता दें कि जिले के मिलर्स को भी सीधे केंद्रों से धान उठाने का प्रावधान तय किया गया है। एक लाख 30 हजार मैट्रिक टन मिलर्स को धान का उठाव करना है, लेकिन अभी तक 60 हजार मैट्रिक टन उठाव किया है। धीमी गति के कारण धान की सुरक्षा पर संकट मंडरा रहा है, इसलिए प्रशासन अब ओपन कैपों में धान भंडारित करा रहा है।

यह है खरीदी की स्थिति
जिले में बनाए गए 89 केंद्रों में अबतक 49 हजार 525 किसानों से 4 लाख 9 हजार 898 मैट्रिक टन धान खरीदी गई है। रेडी टू ट्रांसपोर्ट 4 लाख 6 हजार 639 मैट्रिक टन है। परिवहन अभी 85 फीसदी ही हो पाया है। जिले में 3 लाख 44 हजार 774 मैट्रिक टन धान का परिवहन हुआ है। 65 हजार 124 मैट्रिक टन धान का उठाव शेष है। जिस प्रकार से परिवहन की गति धीमी है उसी तरह भुगतान में भी देरी हो रही है। 938.17 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना था, जिसमें से अभी तक 614 करोड़ रुपए किसानों को भुगतान किए गए हैं। 324.17 करोड़ रुपए का भुगतान शेष है।

वर्जन
जिले में अबतक 4 लाख 9 हजार 898 मैट्रिक टन धान खरीदी के विरुद्ध 65 हजार 124 मैट्रिक टन धान का उठाव शेष है। गोदामों में जगह नहीं बची है, इसलिए दो ओपन कैप में 42 हजार मैट्रिक टन धान का भंडारण कराया जा रहा है। इसमें मझगवां व बहोरीबंद ओपनकैप शामिल हैं।
देवेंद्र तिवारी, डीएम नान।

Published on:
22 Jan 2025 09:02 pm
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