Katni- कटनी के बाकल थाना क्षेत्र में 19 अक्टूबर को एक युवक के साथ बेरहमी से मारपीट की गई।
Katni- कटनी के बाकल थाना क्षेत्र में 19 अक्टूबर को एक युवक के साथ बेरहमी से मारपीट की गई। मामले को लेकर पुलिस द्वारा आरोपियों पर ठोस कार्रवाई न किए जाने से आक्रोश भड़क गया। बुधवार को करणी सेना ने परिजनों व ग्रामीणों के साथ मुख्य मार्ग पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। गांव में जाम के हालत बने गए और हड़कंप मच गया। प्रदर्शन के बाद डिवीजन व जिले के अफसरों की सांसें फूंली तो मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदर्शनकारियों से मिले, समझाइश दी और आरोपी युवकों के खिलाफ हत्या के प्रयास की धारा बढ़ाईं तब जाकर मामला शांत हुआ।
बाकल थाना क्षेत्र के निवासी 22 साल के कुणाल राजपूत पिता विजय सिंह के साथ दो युवक आशिम खान और आमिल खान ने किसी बात को लेकर विवाद किया। उसे घर से बाहर बुलाकर खेत में ले जाकर बुरी तरह मारपीट की। युवक को गंभीर तरीके से यातनाएं दीं। इतना ही नहीं कट्टे व चाकू की नोक पर जमकर डराया धमकाया।
आहत युवक की शिकायत पर परिजनों ने पुलिस थाना बाकल में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। युवक को ले जबरन ले जाया गया, कठोर यातनाएं दी गईं, लेकिन बाकल पुलिस ने आरोपियों पर सख्ती नहीं दिखाई जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ती नजर आई।
आरोपियों पर नरमी से भड़की करणी सेना:
आरोपियों पर बाकल पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई न किए जाने, गिरफ्तारी और मामले में धारा बढ़ाने की मांग को लेकर करणी सेना ने बुधवार को बाकल मुख्य मार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया। करणी सेना के जिलाध्यक्ष सूर्यपाल सिंह सोलंकी और अन्य पदाधिकारियों ने सड़क पर टायर जलाकर नारेबाजी की। पुलिस-प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शन के कारण लगभग तीन घंटे तक सड़क जाम रही, इसके चलते संपूर्ण बाजार बंद रहा। जिले में ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिसमें थानों की पुलिस अपराधियों पर नरमी दिखा रही है। आरोपियाें पर ठोस कार्रवाई न किए जाने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
समझाइश के बाद शांत हुआ मामला:
विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलने पर बाकल पुलिस मौके पर पहुंची तो प्रदर्शनकारियाें ने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद नायब तहसीलदार आकाशदीप नामदेव, बहोरीबंद थाना प्रभारी अखिलेश दाहिया, एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी समझाने का प्रयास करती रहीं। इसके बाद एसडीएम राकेश चौरसिया व एएसपी संतोष डेहरिया मौके पर पहुंचे। उन्होंने करणी सेना के पदाधिकारियों से बातचीत कर समझाइश दी। विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ धारा 109 बढ़ा दी।
परिजनाें ने कहा कि जब पीड़ित ने पुलिस को बताया कि कट्टा व चाकू अड़ाकर धमकाया गया व बेरहमी पूर्वक मारपीट की जानकारी बाकल थाना प्रभारी को दी गई तो मैडम का कहना था कि जो हथियार नहीं मिल सकते तो हम कार्रवाई क्यों करें। आरोपियाें ने युवक के साथ बर्बरता की। बेदम पिटाई की गई, बीड़ी से जलाया गया। गुप्तांग पर चोट मारी गई। इसके बाद भी पुलिस ने आर्म्स एक्ट नहीं लगाया। चार दिन से पुलिस शांत बैठी थी। आरोपी बेखौफ पर थे, लेकिन उनको पकड़ा नहीं गया। अपराधी भाग गए थे। उनको दूसरे थाने में गिरफ्तारी बताकर सुरक्षा दी जा रही है।
इधर एएसपी संतोष डेहरिया ने बताया कि युवक के साथ मारपीट की घटना में शिकायत पर वैधानिक कार्रवाई की गई है। मारपीट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। डॉक्टर की रिपोर्ट आने पर धाराएं बढ़ाई गई हैं। करणी सेना द्वारा प्रदर्शन कर मांग रखी गईं। प्रदर्शकारियाें ने आरोपियाें पर धाराएं बढ़ाने, आर्म्स एक्ट की कार्रवाई करने, थाने के स्टॉफ को बदलने की मांग की है।