Korba News: बरबसपुर-बालकोनगर रिंग रोड स्थित कुदरीखार गांव के एक स्क्रैप यार्ड में बुधवार रात तांत्रिक पूजा के दौरान तीन व्यक्तियों की मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 लोगों को हिरासत में लिया है और मौके पर सीन रिक्रिएट कर जांच आगे बढ़ाई है।
Korba News: बरबसपुर-बालकोनगर रिंग रोड पर स्थित गांव कुदरीखार के स्क्रैप यार्ड में तांत्रिक पूजा के दौरान तीन लोगों की हुई मौत की जांच शुरू हो गई है। शाम को पुलिस पकड़े गए आरोपियों को लेकर घटना स्थल पहुंची। मौके पर आरोपियों से घटना के दृश्य को समझने का प्रयास किया। आरोपियों ने घटना कैसे हुई इसे पुलिस को समझाया। साथ में बैगा आशीष दास भी था। इसी ने झांसा दिया था कि तांत्रिक पूजा की झरण विधि से पैसे बरसेंगे। बता दें कि पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को हिरासत में लिया है।
इधर, घटना की सूचना पर बिलासपुर रेंज के आईजी डॉ. संजीव शुक्ला मौके पर पहुंचे। साथ में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी भी मौजूद थे। उन्होंने घटना को समझने का प्रयास किया। दोपहर बाद पुलिस की फोरेंसिक एक्सपर्ट भी मौके पर पहुंची। साथ में साइबर सेल की टीम भी मौजूद थी। सिविल लाइन थाना के प्रभारी सहित अन्य स्टाफ भी मौके पर थे। पुलिस अपने साथ तांत्रिक पूजा के बाद हुई तीन लोगों की मौत के मामले में पकड़े गए आरोपियों को भी साथ ले गई थी। इसमें मुख्य आरोपी बिलासपुर का रहने वाला आशीष दास, राजेंद्र दास, अश्वनी दास, मनीष कुर्रे भी थे। इसके अलावा मृतक सुरेश साहू के दोस्त भागवत महंत और संजय साहू भी थे।
पुलिस ने घटना के सीन रिक्रिएट करने के लिए गांव में रहने वाले 8 से 10 लोगों को मौके पर बुलाया। उनकी उपस्थिति में ही बीती रात हुई घटना को दोबारा तांत्रिक के जरिए डेमो के तौर पर कराया गया। इस दौरान तांत्रिक ने बताया कि उसने कैसे पूजा किया और फिर गले में रस्सी बांधा। इस रस्सी के एक छोर को कमरे से बाहर निकाला गया, फिर बाहर में मौजूद तांत्रिक ने अपने सहयोगियों से इसे खींचने के लिए कहा।
अभी तक तांत्रिक आशीष दास ने पुलिस को जो जानकारी दी है उसके अनुसार सबसे पहले उसने तांत्रिक पूजा के लिए एक व्यक्ति को अपने कमरे में बुलाया। उसे नारियल थमाया। बाहर में मौजूद अशरफ, सुरेश, भागवत, संजय सहित अन्य को हाथ में नींबू थमाया। उन्हें कहा कि पूजा के दौरान कोई कमरे के भीतर प्रवेश नहीं करेगा। कमरे में वहीं अंदर जाएगा जिसे तांत्रिक बुलाएगा।
सबसे पहले तांत्रिक ने नीतिश रात्रे को कमरे में बुलाया। उसके हाथ में नारियल थमा दिया, मुंंह में नींबू डाल दिया। गले में रस्सी का फंदा पहनाते हुए इसके एक छोर को बाहर में मौजूद अपने सहयोगियों से खींचने के लिए कहा। सहोगियों ने रस्सी इतना अधिक खींच दिया कि नीतिश बेहोश हो गया, तब तांत्रिक ने यह कहते हुए नीतिश को पीठ के बल लिटा दिया कि वह मूर्छित हुआ है, थोड़ी देर में होश आ जाएगा। तांत्रिक ने सुरेश साहू को अंदर बुलाया। बताया कि नीतिश पर किया गया झरण पूजा असफल रहा है। उसने अशरफ को अंदर बुलाया।
नीतिश के संग किए गए तांत्रिक पूजा की विधि को अशरफ पर भी दोहराया। अशरफ भी बेहोश होकर गिर गया। फिर सुरेश को कमरे में बुलाया और उसके साथ भी ऐसे ही पूजा की बात कही। तांत्रिक के अनुसार जब तीनों पर झरण विधि कामयाब नहीं हुई तो उसने भागवत को कमरे के भीतर बुलाया। अंदर घुसते ही भागवत ने तीनों को बेसुध अवस्था में लेटे हुए देखा। उसे अनहोनी की आशंका हुई और उसने खुद पर तांत्रिक पूजा की झरण विधि कराने से मना कर दिया। बाहर निकलकर हंगामा करने लगा। यहीं से यह पूरा मामला स्क्रैप यार्ड से बाहर निकला।
इस तांत्रिक पूजा के दौरान कबाड़ कारोबारी अशरफ अपने सहयोगियों के साथ स्क्रैप यार्ड (फार्म हाउस) के भीतर स्थित कमरे के पास थे। जबकि अशरफ का पुत्र अदनान फार्म हाउस की गेट पर खड़ा था। अदनान भीतर पहुंचा, उसने अपने पिता को देखने का प्रयास किया तब बैगा ने यह कहते हुए लौटा दिया कि थोड़ी देर में सब ठीक हो जाएगा। लेकिन समय के साथ परिस्थितियां और गंभीर होती गई। रात 11.47 बजे तीनों को न्यू कोरबा अस्पताल लाया गया जहां परीक्षण कर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
इधर, मृतक सुरेश साहू की पत्नी गुडिय़ा देवी ने दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की है। गुडिय़ा ने बताया कि उनके पति सुरेश साहू एक डेयरी दुकान चलाते हैं। दुकान में दूध, दही, पनीर आदि बिक्री किया जाता है। पांच दिन पहले से बिलासपुर का रहने वाला संजय साहू सुरेश से पांच लाख रुपए मांग रहा था। वह सुरेश को बता रहा था कि उसे कुछ बड़ा काम करना है। बुधवार को सुरेश साहू अपने घर से स्टेट बैंक का पासबुक लेकर निकले और उन्होंने बैंक से लगभग पांच लाख रुपए निकाला था।
रात को उसे दो बजे भागवत ने बताया कि सुरेश की हालत नाजुक है और उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। डीडीएम रोड स्थित घर से सुरेश की पत्नी गुडिय़ा देवी को अस्पताल लाया। यहां गुडिय़ा ने अपने पति सुरेश को मृत देखा। उसने इस घटना के लिए संजय, भागवत और बैगा को दोषी माना है सबको फांसी देने की मांग की है।
तांत्रिक पूजा के लिए बैगा के साथ आए अश्वनी दास ने बताया कि बैगा आशीष ने उसे बिलासपुर से कोरबा चलने के लिए कहा था। बैगा के साथ वह कोरबा पहुंचा। यहां से लगभग 4 बजे अशरफ के फार्म हाउस में गए। अश्वनी के अनुसार शाम 6 से 7 बजे के बीच तीनों बेसुध हो चुके थे। उन्होंने बैगा से तीनों को अस्पताल ले जाने के लिए कहा तब यह कहते हुए मना कर दिया कि सब मूर्छित हैं उन्हें जल्द होश आ जाएगा।
बैगा 10-15 मिनट की बात कहकर टालता रहा, रात के 10 बजे गए लेकिन तीनों को होश नहीं आया। इस बीच अदनान के साथ मौजूद उसका छोटा भाई साहिल मेमन और अदनान के बुआ का लडक़ा शाहरूख भी फार्म हाउस के भीतर गए, वहां उनकी बैगा के साथ तीखी बहस हुई। कमरे में अचेत पड़े तीनों को अस्पताल लाया गया, यहां उनकी मौत हो गई।
तांत्रिक पूजा के दौरान तीन लोगों की हुई मौत से परिजन नाराज हो गए। मौके पर उपस्थित अशरफ के पुत्र सहित अन्य लोगों ने तांत्रिक आशीष दास, उसके साथ पहुंचे अश्वनी दास सहित अन्य को पीटा। अस्पताल में तीनों को मृत घोषित किए जाने पर युवकों ने अस्पताल के पार्किंग साइड में भी बैगा और उसके सहयोगियों से मारपीट किया। घायल दो बैगा राजेंद्र व अश्वनी को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
इधर, अशरफ मेमन के भाई इमरान मेमन ने कहा कि यह मामला तंत्र-मंत्र का ही नहीं है बल्कि पर्दे के पीछे कुछ बड़ा चल रहा था। उन्होंने एक कपड़ा कारोबारी की तरफ इशारा किया, जिससे अशरफ का पुराना विवाद है।
कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि अब तक 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मामला तंत्र विद्या से जुड़ा हुआ है। फोरेंसिक एक्सपर्ट और अन्य टीम काम कर रही है।