कोरबा

Dengue Case in cg: डरा रहा डेंगू, इस जिले में सामने आए नए मरीज, लोगों में फैली दहशत

Dengue Case in cg: कोरबा जिले में डेंगू के मरीज मिलने से लोगों में दहशत काफी दहसत का माहोल है। डेढ़ माह में मुड़ापार और सुभाष ब्लॉक में डेंगू के 14 मरीज मिल चुके है। जिससे क्षेत्र के लोगों ने डेंगू के प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन से सख्त रूख अपनाने की मांग की है।

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Aug 21, 2024

Dengue Case in cg: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में डेंगू के मरीज मिलने से लोगों में दहशत का आलम है। लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित हैं। क्षेत्र के लोगों ने डेंगू के प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन से सख्त रूख अपनाने की मांग की है ताकि बीमारी को इस क्षेत्र में नियंत्रित किया जा सके।

स्वास्थ्य विभाग है चिंतित

मुड़ापार घनी आबादी वाला इलाका है और इस क्षेत्र में ड्रेनेज की समस्या गंभीर बनी हुई है। पूर्व में भी यह क्षेत्र डेंगू को लेकर चर्चा में रहा है। इस साल भी इस क्षेत्र में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। हालांकि अभी तक विभाग की ओर से कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा है जिससे लोगों को स्वास्थ्य विभाग पर भरोसा हो सके। विभाग की ओर से कार्रवाई के नाम पर सिर्फ एडवाइजरी जारी की जा रही है। इससे लोग चिंतित हैं। हालांकि क्षेत्र में बढ़ते मच्छरों के प्रकोप को कैसे रोका जा सके, इसका कोई फिलहाल नजर नहीं आ रहा है।

बता दे कि मुड़ापार क्षेत्र घनी आबादी वाला है और इस क्षेत्र में 5000 से अधिक आबादी रहती है। घना बस्ती होने के कारण कई स्थानों पर जल जमाव की भी स्थिति है जहां मच्छरों के पनपने की संभावना सबसे अधिक रहती है।

डेंगू का एकमात्र उपाय मच्छरों से बचना

स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया है कि डेंगू के वायरस से बचने का एकमात्र उपाय मादा एंडिज मच्छर से बचना है। इसके इलाज के लिए कोई दवा नहीं है बल्कि सावधानी बरतने और मच्छर से दूर रहकर ही इस बीमारी से बचा जा सकता है। एंडिज मच्छर लोगों को दिन में काटता है और ठहरे हुए पानी में पनपते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया है कि अपने आसपास पानी को न ठहरने दें और कचरे का ढेर न लगने दें। अगर किसी स्थान पर पानी ठहरा हुआ है तो वहां मिट्टी तेल या जला हुआ मोबिल डालें। डीजल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। ऐसा करने से जमा हुआ पानी में मौजूद डेंगू का लार्वा मर जाता है।

सुभाष ब्लॉक कंपनी की कालोनी है लेकिन साफ-सफाई कम

मुड़ापार के साथ-साथ एसईसीएल की सुभाष ब्लॉक कालोनी में भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। हालांकि इस क्षेत्र में अभी दो ही मरीजों की पुष्टि हुई है, लेकिन मरीज मिलने से क्षेत्र के लोग चिंतित हैं। इस क्षेत्र में डेंगू के अलावा बुखार से पीड़ित मरीज भी मिल रहे हैं हालांकि जांच में अभी यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि बुखार से ग्रसित मरीज डेंगू वायरस की चपेट में हैं या उन्हें मौसम में बदलाव के कारण स्थिति बन रही है। इधर क्षेत्र में नालियों की नियमित साफ-सफाई नहीं होने से भी यह बीमारी पैर पसार सकती है। सुभाष ब्लॉक का इलाका एसईसीएल कोरबा एरिया के आधिपत्य में है और कालोनी में साफ-सफाई की जिम्मेदारी प्रबंधन की है।

मंत्री ने नियंत्रण के लिए सीएमएचओ को लिखा पत्र

इधर क्षेत्र में फैल रहे डेंगू को लेकर सुभाष ब्लॉक के पूर्व पार्षद व भाजपा नेता सुशील गर्ग ने श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन का ध्यान आकर्षित कराया है। मंत्री को इस क्षेत्र की स्थिति के संबंध में जानकारी दी है। मंत्री ने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखकर बीमारी को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा है।

बारिश शुरू होने के साथ ही मौसमी बीमारियों ने भी पांव पसारना शुरू किया है। सर्दी, जुकाम और तेज बुखार से लोग पहले से परेशान हैं। अब डेंगू के बढ़ते मामले ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि डेंगू के मरीज सबसे अधिक एसईसीएल क्षेत्र के मुड़ापार और सुभाष ब्लॉक से सामने आ रहे हैं। डेढ़ माह में ही इस क्षेत्र में 14 मरीज डेंगू से संक्रमित पाए गए हैं। इसमें मुड़ापार में ही 12 मरीज मिले हैं।

डेन वायरस से डेंगू

डेंगू बुखार डेन वायरस के कारण होता है। एक बार इस वायरस के मानव शरीर में प्रवेश करने पर इसके लक्षण 5 से 6 दिन के भीतर दिखाई देने लगते हैं। मादा एडिज मच्छर के काटने से यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है। डेंगू के मच्छर दिन में काटते हैं।

Updated on:
21 Aug 2024 12:13 pm
Published on:
21 Aug 2024 12:12 pm
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