Amit Shah Fake Video: सोशल साइट एक्स और फेसबुकर पर तेजी से प्रसारित हो रहा आरक्षण के मुद्दे से संबंधित वीडियो का विवाद थाना पहुंच गया है।
Amit Shah Fake Video Case: सोशल साइट एक्स और फेसबुकर पर तेजी से प्रसारित हो रहा आरक्षण के मुद्दे से संबंधित वीडियो का विवाद थाना पहुंच गया है। श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन और वनमंत्री केदार कश्यप सहित भाजपा के अन्य पदाधिकारियों ने मूल वीडियो में कांट-छांट कर इसे प्रसारित करने का आरोप लगाया है। ऐसा करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। मंत्रियों ने कांग्रेस पर इस वीडियो के जरिए अफवाह फैलाने का आरोप लगाया है।
उधर पुलिस का कहना है कि शिकायत पर जांच की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी। इस शिकायत में भाजपा की ओर से कहा गया है कि तेलंगाना कांग्रेस की विंग द्वारा अपने अधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का एक कूटरचित भाषण प्रसारित किया गया है। जबकि वास्तव में मंत्री कह रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो हम गैर संवैधानिक मुस्लिम रिजर्वेशन को समाप्त कर देंगे। यह अधिकार तेलंगाना में एसटी-एससी और ओबीसी का है, जो उनको मिलता रहेगा।
Amit Shah Reservation Video Fact Check: धर्म के आधार पर आरक्षण की संविधान में कोई व्यवस्था नहीं है। गृहमंत्री के इसी भाषण को कांट-छांटकर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। इसमें कहा जा रहा है कि भाजपा आरक्षण को खत्म करना चाहती है जो झूठी और अफवाह है। आरक्षण जैसे संवेदनशील मुद्दों को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। भाजपा का आरोप है कि इसके पीछे कांग्रेस पार्टी का हाथ है और ऐसा कर पार्टी चुनाव में वोट लेना चाह रही है। ऐेसे असंवेदनशील वीडियो से एसटी-एससी और ओबीसी में असुरक्षा की भावना हो सकती है। समाज में टकराव को उत्पन्न करने की नीयत से इसे प्रसारित किया जा सकता है। पार्टी ने ऐसा करने वालों का पता लगाकर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग पुलिस से की है। थाने में दर्ज शिकायत पर डॉ. राजीव सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किया है।