आरजीएचएस लाभार्थियों के लिए खुशखबर है। अब उन्हें घर बैठे दवाएं मिल सकेंगी। इसके लिए आरजीएचएस लाभार्थी को एसएसओ पोर्टल पर ऑप्शन चूज करना होगा।
अभिषेक गुप्ता/कोटा। RGHS लाभार्थियों के लिए खुशखबर है। अब उन्हें घर बैठे दवाएं मिल सकेंगी। इसके लिए आरजीएचएस लाभार्थी को एसएसओ पोर्टल पर ऑप्शन चूज करना होगा। उसके बाद ही उन्हें यह फैसिलिटी मिलेगी। चयनित अनुबंधित मेडिकल स्टोर दवाएं उपलब्ध करवाएगा। ऐसे में आरजीएचएस लाभार्थी को मेडिकल स्टोर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके लिए चिकित्सा विभाग ने सभी आरजीएचएस में चयनित मेडिकल स्टोर्स को गाइड लाइन जारी की है। इसका लाभ जुलाई माह से मिलने लगेगा। राजस्थान में आरजीएचएस के 4546 मेडिकल स्टोर अनुबन्धित हैं।
आरजीएचएस योजना में चयनित लाभार्थी अपने मोबाइल से ओपीडी प्रिस्क्रिप्शन को एसएसओ आईडी पर अपलोड करेगा। अनुबंधित मेडिकल स्टोर प्रिस्क्रिप्शन का बिल जनरेट करेगा। उसके बाद लाभार्थी के मोबाइल पर ओटीपी आएगा। उसके बाद दवाएं लाभार्थी के घर पर पहुंच जाएंगी।
आरजीएचएस लाभार्थी तक डोर-टू-डोर सेवा देने के लिए यदि मेडिकल स्टोर इच्छुक है तो उसे ऑनलाइन ऑप्शन में चयन करना होगा। उसके बाद उसका नाम पोर्टल पर चढ़ जाएगा। लाभार्थी एसएसओ पोर्टल पर अपने आसपास चयनित मेडिकल स्टोर से यह सुविधा ले सकेगा। मेडिकल स्टोर संचालक यदि डोर-टू-डोर सेवा देने के इच्छुक हैं तो उसे ओके कर देगा। इसके लिए सरकार की ओर से कोई अलग से राशि नहीं दी जाएगी। यह मेडिकल स्टोर की सुविधा ही रहेगी। मेडिकल स्टोर को 5 किमी के दायरे में है तो 3 घंटे व दूरी पर है तो 24 घंटे में लाभार्थी को दवाएं उपलब्ध करवानी होंगी।
लाभार्थी की ओपीडी प्रिस्क्रिप्शन सात दिन तक मान्य रहेगी। यदि लाभार्थी ने सरकारी डॉक्टर्स के घर पर भी परामर्श लिया है तो उसकी ओपीडी प्रिस्क्रिप्शन पर भी दवाइयां मिल सकेंगी, लेकिन उसमें ओपीडी प्रिस्क्रिप्शन पर चिकित्सक का वैलिड नबर होना जरूरी है।
राजस्थान गवर्नमेंट हैल्थ स्कीम में आरजीएचएस के लाभार्थी को दी जाने वाली सुविधा पर कार्य करना सभी अनुबन्धित मेडिकल का समर्पित ग्राहक सेवा का लक्ष्य है। आसान ट्रेकिंग सुविधा सहित परेशानी मुक्त दवाई उपलब्ध होगी।
नरेश कुकरेजा, संगठन सचिव, कोटा कैमिस्ट एसोसिएशन