बारिश से खेत लबालब होने से फसलें पानी में डूबने से नष्ट हो गई। इससे किसानों के अरमान भी पानी के साथ बह गए। मंडाप क्षेत्र में फसल में ज्यादा नुकसान हुआ है।
कुंदनपुर क्षेत्र में गत दिनों हुई बारिश के कारण क्षेत्र में दो मकान ढह गए। क्षेत्र के पालकियां गांव में दो मंजिला मकान शनिवार देर रात ढह गया। पीड़ित यादराम मीणा ने बताया कि शुक्रवार को मकान में दरारें आना शुरू हो गई। इससे आवश्यक सामान समय से पूर्व बाहर निकाल कर पास के मकान में रखवा दिया और समीप के मकान पर सो गए। रात में धमाके से मकान गिर गया। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। पालकियां के वार्ड पंच मुकेश मीणा ने क्षतिग्रस्त हुए मकान की सूचना पंचायत को दी। वही आमली गांव में शनिवार रात रघुनाथ बैरवा का भी कच्चा मकान ढह गया।
बारिश से खेत लबालब होने से फसलें पानी में डूबने से नष्ट हो गई। इससे किसानों के अरमान भी पानी के साथ बह गए। मंडाप क्षेत्र में फसल में ज्यादा नुकसान हुआ है। किसान धनराज मीणा ने बताया कि तीस हजार का कर्ज लेकर पांच बीघा की सोयाबीन बोई। बारिश ने पूरी फसल नष्ट कर दी। अब तो सरकार से आस है। कृषि अधिकारियों को सर्वे करना चाहिए और मुआवजा मिले तब जाकर राहत मिलेगी। वही मालीहेड़ा गांव के ग्रामीण प्रेमप्रकाश योगी ने बताया कि शुक्रवार को बारिश से मकान ढह गया। जिसमे गेहूं की बोरिया पानी में भीग गई। कुंदनपुर वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक शिव प्रकाश मीणा आदि ने बताया कि सोयाबीन व अन्य फसल खराबे की सर्वे रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी है। हाल में हुई बारिश से हुए फसल खराबे का सर्वे फिर से किया जाएगा।
उपखण्ड क्षेत्र के गांवों में जहां भी बारिश से मकान ढहे है या क्षतिग्रस्त हुए है। पटवारियों को सर्वे कर मौका स्थिति रिपोर्ट बनाने को निर्देशित कर रखा है और क्षेत्र में मकानों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिल रही है। उसी प्रकार उनके प्रस्ताव भिजवा कर सरकार को भेजे जा रहे हैं।
सपना कुमारी, एसडीएम सांगोद