पहली बार साढ़े तीन बजे पांच मिनट बूंदाबांदी से सडकें गीली हो गई। इसके बाद धूप खिली। शाम को चार बजकर चालीस मिनट पर दूसरी बार बरसात होने से पहले तेज हवाएं चली।
पिछले एक सप्ताह से उमस भरी गर्मी से आहत होने वाले लोगों को गुरुवार को मानसून विदाई पूर्व की होने वाली बरसात ने राहत दिलाई। वही खरीफ फसलों की कटाई करने वाले धरती पुत्रों के लिए इस बरसात ने खेत गीले होने से कटाई कार्य की तैयारियों में लगे किसानों की दुविधा को बढ़ा दिया है। जिन किसानों ने फसल काटकर उसकी ढेरिया की हुई थी ऐसे किसान भी फसल बचाने की जुगत में लगे रहे।
रामगंजमंडी में गुरुवार को दो बार बरसात आई। पहली बार साढ़े तीन बजे पांच मिनट बूंदाबांदी से सडकें गीली हो गई। इसके बाद धूप खिली। शाम को चार बजकर चालीस मिनट पर दूसरी बार बरसात होने से पहले तेज हवाएं चली। इसके बाद करीब आधा घंटे बरसात हुई।
सितंबर माह के अंतिम दिनों में अभी तेज धूप निकल रही है। गर्मी से परेशान लोगों को इस बरसात से मौसम में आने वाले बदलाव से अब राहत मिलने की आस बंधी है।
क्षेत्र में इन दिनों फसल कटाई का सिलसिला चालू हो गया। गुरुवार को होने वाली बरसात से फसल कटाई के इंतजार में खड़ी उडद की फ़सल का पका हुआ दाना बरसात से भीगने के बाद तेज धूप निकलने पर तड़क कर खेत में गिरने की संभावना बनेगी जिसका नुकसान किसान को उठाना पड़ सकता है। सोयाबीन की खेत में खड़ी फसल से इस बरसात में कोई नुकसान फिलहाल नहीं होगा लेकिन जो किसान जिंस काटकर ढेरी करके फसल निकालने की जुगत में है उनको दिक्कत आएगी।