ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कोटा जिले के ग्रामीण क्षेत्र में चौपाल लगाकर जनसंवाद किया। कार्यक्रम में ग्रामीणों ने सड़क, नाली और स्कूलों से संबंधित विभिन्न समस्याएं ऊर्जा मंत्री को बताईं।
Energy Minister's public interaction program in Kota: ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कोटा जिले के ग्रामीण क्षेत्र में चौपाल लगाकर जनसंवाद किया। जनसंवाद कार्यक्रम कनवास क्षेत्र सहित सारोला, मांडूहेड़ा, आजादपुरा, पानाहेड़ा, मामोर और मामोर की झोपड़ियां, कलमंडी, सालोनिया, टोल्या, टोस्या, लोढाहेड़ा, गंगापुर, गुंजारा, सामरिया, सिमलिया, कनवास आदि गांवों में आयोजित हुआ। इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क, नाली और स्कूलों से संबंधित विभिन्न समस्याएं ऊर्जा मंत्री को बताईं।
मामोर की झोपड़िया में ग्रामीणों ने शिक्षकों की शिकायत करते हुए कहा कि वे महीना भर तक भी स्कूल नहीं आते। जिस पर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने तुरंत डीईओ माध्यमिक मुख्यालय रामचरण मीणा को फोन कर क्षेत्र के सभी स्कूलों से शिक्षकों के डेपुटेशन रद्द करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी शिक्षकों को उनके नियुक्ति स्थल पर भेजा जाए। उन्होंने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और कलक्टर को भी पत्र भेजने के लिए कहा।
जनसंवाद के दौरान ग्रामीणों ने सरोला में नाले की दीवार टूटने और पानी खेतों में भरने की समस्या बताई। जिस पर मंत्री नागर ने जिला परिषद के सीईओ को फोन कर गुणवत्ताहीन दीवार बनाने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट के निर्देश दिए। उन्होंने सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को बुलाकर निर्देशित किया इस प्रकार के कार्य नरेगा के बजाए टेंडर से ही कराए जाएं।
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने बीते माह देवली क्षेत्र के आमली झाड़ गांव पहुंचकर घटिया निर्माण कार्य पर जेसीबी चलवाकर तुड़वाया। मंत्री ने संदेश दिया कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा और घटिया निर्माण किया तो जेसीबी चलेगी। ग्रामीणों के साथ जेसीबी लेकर पहुंचे मंत्री नागर ने पहले गांव के तालाब पर बनाए गए घाट और बाउंड्रीवाल को तुड़वाया। इसके बाद स्कूल की छत पर पहुंचे, जहां मशीन से छत को खुदवाना शुरू करवाया। इसके बाद पूरी छत को जमींदोज करने के निर्देश दिए। मंत्री नागर के निर्देश पर बाद में जेसीबी कार्रवाई के तहत स्कूल की छत को गिरा दिया गया।