नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने री-नीट का रिवाइज्ड परिणाम जारी कर दिया है। रिवाइज्ड स्कोर कार्ड्स में विद्यार्थियों की ऑल इंडिया रैंक्स तथा कैटेगरी रैंक्स में परिवर्तन आया है। संशोधित नीट परिणामों में टॉप ऑल इंडिया रैंक-1 परफेक्ट स्कोर और टॉप-100 में एलन स्टूडेंट्स की संख्या देश में सर्वाधिक है। एलन के निदेशक डॉ.बृजेश माहेश्वरी ने […]
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने री-नीट का रिवाइज्ड परिणाम जारी कर दिया है। रिवाइज्ड स्कोर कार्ड्स में विद्यार्थियों की ऑल इंडिया रैंक्स तथा कैटेगरी रैंक्स में परिवर्तन आया है। संशोधित नीट परिणामों में टॉप ऑल इंडिया रैंक-1 परफेक्ट स्कोर और टॉप-100 में एलन स्टूडेंट्स की संख्या देश में सर्वाधिक है। एलन के निदेशक डॉ.बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि एलन के 23 स्टूडेंट्स ने 720 में से 720 परफेक्ट स्कोर प्राप्त कर संयुक्त रूप से ऑल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की है। टॉप 100 में 37 स्टूडेंट्स एलन से हैं।
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नीट यूजी को लेकर इस बार काफी विवाद हुआ था। एनटीए ने 1563 कैंडिडेट्स को बोनस अंक दिए थे। यह बोनस अंक वापस लिए थे और उसके बाद 23 जून को परीक्षा आयोजित की थी। जिसमें 813 अभ्यर्थियों ने ही दोबारा परीक्षा दी थी। इन अभ्यर्थियों के लिए 28 जून को आंसर की और ओएमआर शीट की स्कैंड कॉपी जारी की गई थी। जिस पर आपत्ति के लिए एक दिन का समय कैंडिडेट को दिया गया था। फाइनल आंसर-की में कोई भी प्रश्न ड्रॉप नहीं किया गया। इसके बाद देर रात को अभ्यर्थियों को उनके नीट यूजी के स्कोर कार्ड और परिणाम जारी कर दिया।
गवर्नमेंट एमबीबीएस सीट मिलने की संभावना कम
शर्मा ने बताया कि 629 अंकों पर एक विद्यार्थी की मूल स्कोर कार्ड में ऑल इंडिया रैंक, कैटेगरी रैंक क्रमशः 49677 तथा 18587 थी। रिवाइज्ड स्कोर कार्ड में अब 629 अंकों पर ऑल इंडिया रैंक व कैटिगरी रैंक क्रमशः 49643 तथा 18567 हो गई है। दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि ऐसे विद्यार्थियों को पूर्व में भी गवर्नमेंट एमबीबीएस प्राप्त नहीं हो रही थी। री-नीट में भी इन्हें गवर्नमेंट एमबीबीएस सीट मिलने की संभावना बहुत कम है। हालांकि एजेंसी ने री-नीट यूजी में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थियों के प्राप्तांकों की विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। स्टूडेंट को परिणाम पर्सनल जारी किए है। एजेंसी को अपनी साख कायम करने के लिए यह विस्तृत जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।
750 विद्यार्थियों ने बिना कंपनसेटरी मार्क्स के स्वीकार कर लिया परिणाम
एक्सपर्ट का कहना है कि कंपनसेटरी मार्क्स प्राप्त करने वाले 1563 विद्यार्थियों में से 813 विद्यार्थी का ही री-नीट-यूजी 2024 में सम्मिलित होना स्पष्ट करता है कि 750 विद्यार्थियों के लिए कंपनसेटरी मार्क्स का कोई महत्व नहीं था। उन्होंने बिना कंपनसेटरी मार्क्स के भी अपना परीक्षा परिणाम स्वीकार कर लिया है।
सफल विद्यार्थियों को अब काउंसलिंग का इंतजार
नीट यूजी 2024 में सफल विद्यार्थियों को अब 15% ऑल इंडिया कोटा तथा 85% स्टेट कोटा काउंसलिंग प्रारंभ होने का इंतजार है।