कोटा थर्मल पावर प्लांट में अधीक्षण अभियंता प्रमोद कुमार गर्ग और उषा अग्रवाल के दापत्य जीवन में एक दौर ऐसा आया कि दोनों ने जिंदगी अपने - अपने ढंग से जीने का मन बना लिया और शादी के 16 साल बाद दोनों अलग हो गए।
कहते हैं जोड़ियां आसमान में बनती हैं, लेकिन जिंदगी के झंझावतों में उलझकर कई बार एक दूसरे का साथ छूट जाता है, लेकिन विपरीत परिस्थितियों में खुद को संभाल कर चलते रहें तो किसी मोड़ पर फिर उसी हमसफर से मुलाकात हो जाती है। ऐसा ही एक मामला कोटा शहर में सामने आया।
कोटा थर्मल पावर प्लांट में अधीक्षण अभियंता प्रमोद कुमार गर्ग और उषा अग्रवाल के दापत्य जीवन में एक दौर ऐसा आया कि दोनों ने जिंदगी अपने - अपने ढंग से जीने का मन बना लिया और शादी के 16 साल बाद दोनों अलग हो गए। तलाक के 17 साल बाद दोनों के रास्ते फिर एक हो गए। दोनों को एक देखकर परिजन भी खुश हैं।
1991 में प्रमोद कुमार गर्ग की शादी ऊषा अग्रवाल के साथ हुई थी। मामूली कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला कोर्ट में चला गया और 2007 में तलाक हो गया है। तलाक के बाद दोनों में से किसी ने विवाह नहीं किया। अब 17 साल बाद दोनों फिर से मिले। गिले शिकवे दूर हुए तो फिर कोर्ट मैरिज कर ली। प्रमोद और ऊषा ने बताया कि एक-दूसरे से नाराज होकर भले ही तलाक ले लिया, लेकिन मन से अलग नहीं हो सके। दोनों ने माना कि परिवार में छोटी- मोटी बातें चलती रहती है, लेकिन उन्हें तूल देकर परिवार तोड़ना सही नहीं है।
हालांकि यह बात हमें भी देर से समझ आई। पति-पत्नी में कोई विवाद हो जाए तो एक को धैर्य रखना चाहिए, क्योंकि कुछ देर बाद गलती करने वाले को खुद ही अहसास हो जाता है। तीन-चार साल पहले दोनों में सामान्य बात होने लगी। फिर दोनों ने वापस शादी करने का फैसला किया।