Fridge: फ्रिज की पीठ अगर दीवार से सटी होती है, तो उसके वेंटिलेशन सिस्टम पर असर पड़ता है। ऐसे में हीट बाहर नहीं निकल पाती और कंप्रेसर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
अक्सर हम AC की सर्विसिंग तो समय पर करवा लेते हैं, लेकिन फ्रिज की तरफ उतना ध्यान नहीं देते। नतीजा? खाने-पीने की चीज़ें जल्दी खराब होने लगती हैं, दूध फट जाता है, और फ्रिज ओवरलोड होकर खराब होने की कगार पर आ जाता है। गर्मी में अगर आपने फ्रिज की देखभाल नहीं की, तो न सिर्फ ठंडक जाएगी, बल्कि मोटा बिल और मेंटेनेंस खर्चा भी झेलना पड़ सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे 5 आसान लेकिन बेहद जरूरी टिप्स, जो गर्मियों में आपके फ्रिज को सुरक्षित और ठंडा रखने में मदद करेंगे।
गर्मी शुरू होते ही लोग फ्रिज को अधिकतम ठंडक पर चला देते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार यह आदत फ्रिज को नुकसान पहुंचा सकती है। फुल मोड पर लंबे समय तक चलने से फ्रिज में गैस लीक या सिस्टम चोक होने की आशंका बढ़ जाती है। टेक्नीशियनों की मानें तो गर्मी में फ्रिज का तापमान 1 से 4 डिग्री सेल्सियस और फ्रीजर का -10 से -15 डिग्री के बीच रखना ज्यादा सुरक्षित है।
फ्रिज की पीठ अगर दीवार से सटी होती है, तो उसके वेंटिलेशन सिस्टम पर असर पड़ता है। ऐसे में हीट बाहर नहीं निकल पाती और कंप्रेसर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। जानकारों की सलाह है कि फ्रिज और दीवार के बीच कम से कम 6 इंच की दूरी जरूर रखें, ताकि गर्म हवा का प्रवाह बाधित न हो।
गर्मियों में फ्रिज का दरवाजा बार-बार खोलने से अंदर की ठंडी हवा बाहर और गर्म हवा अंदर चली जाती है। इससे फ्रिज को बार-बार कूलिंग करनी पड़ती है और उसका कंप्रेसर बार-बार एक्टिव होता है। इससे न केवल बिजली की खपत बढ़ती है, बल्कि फ्रिज के खराब होने का खतरा भी रहता है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि फ्रिज में जरूरत से ज्यादा सामान भरने से ठंडी हवा का प्रवाह बाधित हो जाता है। इसके चलते कुछ सामान पूरी तरह ठंडा नहीं हो पाता और फ्रिज का कंप्रेसर लगातार काम करता रहता है। यह स्थिति लंबे समय में फ्रिज की सेहत पर असर डाल सकती है।
अगर आपका फ्रिज नॉन-फ्रॉस्ट है, तो भी महीने में एक बार डीफ्रॉस्ट करना जरूरी होता है। समय-समय पर जमा हुई बर्फ को हटाने से न सिर्फ कूलिंग बेहतर होती है, बल्कि फ्रिज के सिस्टम पर पड़ने वाला दबाव भी कम होता है। जानकारों के अनुसार, डीफ्रॉस्टिंग करने से फ्रिज की कार्यक्षमता और उम्र दोनों बढ़ती है।