Harmful Things In Kitchen: हम दैनिक जीवन में कुछ ऐसी चीजें जरूर इस्तेमाल करते हैं, जिन्हें अगर कम किया जाए तो बेहतर है। नॉन-स्टिक पैन और प्लास्टिक से जुड़ी ऐसी ही चीजें हैं, जो हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती हैं। इसके बारे में अमेरिकन डॉक्टरों ने चेतावनी दी है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी।
Harmful Things In Kitchen: हमारे किचन में कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिनका इस्तेमाल हम रोज करते हैं, लेकिन ये हमारी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। नॉन-स्टिक पैन के अलावा, कुछ और ऐसी किचन चीजें हैं जिन्हें अगर लंबे समय तक इस्तेमाल किया जाए, तो ये स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती हैं। इसकी जानकारी भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर सौरभ सेठी सोशल मीडिया पर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का काम बखूबी कर रहे हैं। वे अक्सर अपने वीडियो में बताते हैं कि हम अनजाने में अपनी रसोई में ऐसी चीजें इस्तेमाल कर रहे होते हैं, जो हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं। उन्होंने हाल ही में एक पोस्ट में तीन बेहद आम रसोई की चीजों को लेकर चेतावनी दी है – जिनमें नॉन-स्टिक पैन, प्लास्टिक कटिंग बोर्ड और प्लास्टिक कुकिंग यूटेंसिल्स शामिल हैं। आइए जानते हैं कि ये तीनों हमारी हेल्थ के लिए कैसे खतरा बन सकती हैं।
नॉन-स्टिक पैन का इस्तेमाल लगभग हर घर में होता है, लेकिन डॉक्टर सौरभ सेठी के मुताबिक, यह धीरे-धीरे शरीर के लिए जहर जैसा काम कर सकता है। जब नॉन-स्टिक पैन को ज्यादा गर्म किया जाता है या उसकी कोटिंग स्क्रैच हो जाती है, तो इससे टॉक्सिक केमिकल्स जैसे PFAS (Per- and Polyfluoroalkyl Substances) निकल सकते हैं। ये केमिकल्स शरीर में जाकर हॉर्मोनल असंतुलन, लिवर डैमेज और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
प्लास्टिक कटिंग बोर्ड भले ही देखने में साफ-सुथरे लगें, लेकिन ये छोटे-छोटे कट्स में बैक्टीरिया और कीटाणुओं का घर बन जाते हैं। समय के साथ इन कटिंग बोर्ड्स में माइक्रोक्रैक्स हो जाते हैं, जहां साफ-सफाई के बाद भी बैक्टीरिया छिपे रहते हैं। डॉक्टर सेठी के अनुसार, यह फूड पॉइजनिंग का एक बड़ा कारण बन सकता है। इसलिए लकड़ी के कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल बेहतर होता है, जिसे समय-समय पर अच्छी तरह सैनिटाइज किया जा सके।
आजकल हल्के और सस्ते प्लास्टिक के किचन यूटेंसिल्स जैसे कि चम्मच, स्पैटुला आदि का इस्तेमाल आम हो गया है। लेकिन डॉक्टर सौरभ सेठी कहते हैं कि जब इन्हें गर्म बर्तनों में इस्तेमाल किया जाता है, तो इससे प्लास्टिक के टॉक्सिन्स खाने में मिल सकते हैं। खासकर BPA और फाथेलेट्स जैसे केमिकल्स हार्मोन को प्रभावित करते हैं और Fertilityऔर मेटाबॉलिक हेल्थ पर बुरा असर डाल सकते हैं।
नॉन-स्टिक की जगह कास्ट आयरन या स्टेनलेस स्टील के बर्तन इस्तेमाल करें।
प्लास्टिक कटिंग बोर्ड की जगह बांस या लकड़ी के बोर्ड अपनाएं।
प्लास्टिक यूटेंसिल्स की जगह सिलिकॉन, स्टील या लकड़ी के विकल्प चुनें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।