Navratri Fashion Tips 2024 :फेस्टिवल टाइम में फैशन को लेकर महिलाओं में जो खुशी देखने को मिलती है, उसे और भी खूबसूरत बनाने के लिए कुछ साड़ियों के टिप्स दिए गए हैं।
Navratri Fashion Tips 2024: (3 अक्टूबर) से दुर्गा पूजा का त्योहार शुरू हो रहा है। इस खास मौके पर अक्सर महिलाएं साड़ी पहनना पसंद करती हैंऔर साड़ी भारतीय महिलाओं का एक पारंपरिक और आकर्षक परिधान है, जो विभिन्न अवसरों पर पहना जाता है। साड़ी के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशेषता और आकर्षण होता है। आइए देखते हैं साड़ी के विभिन्न प्रकार और उनके साथ ज्वेलरी के उपयोग के टिप्स ।
दुर्गा पूजा के लिए परफेक्ट है बंगाली साड़ी यह साड़ी पश्चिम बंगाल से आती है और आमतौर पर हल्के रंगों जैसे सफेद, पीच, और हल्के हरे में होती है। इसकी खास बात यह है कि इसका बॉर्डर बहुत खूबसूरत और विस्तृत होता है, जिसमें पारंपरिक कलाकृतियां शामिल होती हैं। इस साड़ी के साथ ज्वेलरी में सोने या चांदी की बुनाई वाली बालियां और एक साधारण चेन हार उत्तम रहते हैं। आपको कढ़ाई वाले चूड़ियों का सेट भी पहनना चाहिए, जो आपके लुक को और भी निखारेंगे। इससे आप अपने लुक को अनोखा बना सकते है।
अगर आप दुर्गा पूजा पर तमिलनाडु की यह साड़ी वियर करना चाहती हैं, तो इस तरह की साड़ी कैरी कर सकती हैं तमिलनाडु की यह साड़ी भारी और शानदार ज़री वर्क के लिए प्रसिद्ध है पहनते है । इनमें जैसे लाल, हरा और सोने की चमक होती है। कांजीवरम साड़ी अक्सर शादी और त्योहारों के लिए पहनी जाती है। इस साड़ी के साथ बड़े ज़री काम वाले झुमके और चूड़ीदार कड़ा पहनें। एक भारी बिचुए या कंगन भी आपकी खूबसूरती को बढ़ा सकता है।
अगर आप दुर्गा पूजा पर महाराष्ट्र की यह साड़ी वियर करना चाहती हैं, महाराष्ट्र की यह साड़ी विशेष रंगों और जटिल डिज़ाइन के लिए जानी जाती है। पैठणी साड़ी में पारंपरिक रूपांकनों के साथ-साथ सुनहरे और चांदी के धागों का प्रयोग होता है। इसे खास अवसरों पर पहना जाता है। इस साड़ी के साथ ज्वेलरी में पैठणी के पारंपरिक गहनों के साथ, चांदी की कढ़ाई वाले कान की बालियां और एक खूबसूरत हार अच्छा दिखता है।
अगर आप दुर्गा पूजा पर मध्य प्रदेश की यह साड़ी वियर करना चाहती हैं । यह मध्य प्रदेश की यह साड़ी हल्की और शुद्ध रेशम या कॉटन में बनाई जाती है। इसकी खूबसूरत बॉर्डर और नाज़ुकता इसे खास बनाते हैं। आप दुर्गा पूजा पर स्टाइलिश और अलग दिखेंगी । इसे दिन के कार्यक्रमों में पहना जा सकता है। चंदेरी साड़ी के साथ ज्वेलरी में हल्की चांदी की बालियां और ब्रेसलेट पहना जा सकता है, जो आपके लुक को पूरी तरह से संतुलित करता है।
यह साड़ी काफी ट्रेंड में हैं, ऐसे में आप दुर्गा पूजा पर इस साड़ी को पहन सकती हैं । गुजरात से आने वाली यह साड़ी अपने जीवंत रंगों और अद्वितीय बुनाई के लिए जानी जाती है। इसमें फूलों और जलीय डिज़ाइन होते हैं, जो इसे विशेष बनाते हैं। इस साड़ी के साथ ज्वेलरी में पारंपरिक नथ और मोटी चूड़ियां अच्छी लगेंगी। साथ ही, एक कढ़ाई वाला ब्रोच भी इसे और आकर्षक बना सकता है।
ओडिशा की धकाई साड़ी अपने जीवंत रंगों और परंपरागत डिज़ाइन के लिए प्रसिद्ध है। इन साड़ियों में अक्सर हाथ से बनी कढ़ाई होती है। इस साड़ी के साथ ज्वेलरीमें ओडिशी नृत्य शैली के गहने जैसे झुमके और कंधे पर लटकने वाले हार अच्छे दिखते हैं।
कश्मीर की यह साड़ी अपनी समृद्ध रंगों और नाज़ुक कढ़ाई के लिए जानी जाती है। अक्सर इसमें वूल और रेशम का प्रयोग होता है। इस साड़ी के साथ ज्वेलरी में कश्मीरी चांदबाली या बुनाई वाली हार पहनें, जो आपके लुक को और भी भव्य बनाएगा।
इन साड़ियों के साथ सही ज्वेलरी पहनने से आप हर अवसर पर खास और खूबसूरत दिख सकती हैं