Chai Banane Ka Sahi Tarika : हम भारतीयों के लिए चाय सिर्फ़ पेय नहीं, एक एहसास है। हर पल की साथी ये चाय, अगर सही समय और तरीके से पी जाए तो स्वाद के साथ सेहत भी दे सकती है।
Right Time to Drink Tea :हम भारतीयों के लिए चाय सिर्फ़ एक पेय नहीं, एक एहसास है। हर सुबह की शुरुआत हो, दोस्तों की गपशप, ऑफिस की थकान या बारिश की पहली बूँद — चाय हर मौके की साथी बन चुकी है। यह सिर्फ़ स्वाद नहीं देती, बल्कि हमारी परंपरा, संस्कृति और जीवनशैली का हिस्सा बन चुकी है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि चाय पीने का तरीका अगर थोड़ा बदल दिया जाए, तो यह आपकी सेहत के लिए और भी फायदेमंद हो सकता है? जी हाँ, चाय का सही समय और तरीका न केवल स्वाद बढ़ाता है, बल्कि आपके शरीर को भी संतुलित रखता है ।
चाय बनाना भी एक हुनर है, बस पानी गरम किया और पत्ती डाल दी, ऐसा नहीं होता। सब चीचीजों का सही हिसाब रखना पड़ता है - कितना टाइम, पानी कितना गरम और क्या-क्या डाल रहे हो।
जैसे देखो, जो ग्रीन टी या व्हाइट टी होती है ना, उन्हें एकदम खौलते हुए पानी में कभी नहीं डालना चाहिए। जो चाय के जानकार होते हैं, वो बताते हैं कि अगर ज्यादा गरम पानी में डालोगे तो उनमें जो अच्छी चीजें (जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स) होती हैं, वो खराब हो जाती हैं।
इसलिए, ग्रीन या व्हाइट टी के लिए पानी को उबालने के बाद थोड़ा ठंडा होने दो, करीब 80 डिग्री तक। ऐसे हल्के गरम पानी में डालोगे तो उनमें जो फायदे वाली चीज़ें होती हैं, वो बनी रहती हैं। खासकर ग्रीन टी में जो कैटेचिन वगैरह होते हैं, वो हमारी सेहत के लिए बहुत बढ़िया होते हैं।
तो अगली बार जब ग्रीन या व्हाइट टी बनाओ तो याद रखना, पानी एकदम उबलता हुआ न हो!
चाय की गुणवत्ता सबसे अहम है। पूरी पत्तियों वाली चाय और प्राकृतिक रूप से कम प्रोसेस्ड चाय में अधिक एंटीऑक्सीडेंट्स और पोषक तत्व होते हैं। इसलिए, एक अच्छे स्रोत से चाय चुनना बहुत महत्वपूर्ण है। यह भी ध्यान रखें कि कृत्रिम एडिटिव्स से मुक्त चाय बेहतर होती है, क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए ज्यादा लाभकारी होती है। विशेषज्ञों के अनुसार, चाय में फ्लोराइड की मात्रा भी ध्यान में रखनी चाहिए, क्योंकि ज्यादा फ्लोराइड का सेवन हानिकारक हो सकता है।
आपकी चाय पीने का समय भी बहुत मायने रखता है। ग्रीन टी का सेवन सुबह के समय करना बेहतर होता है क्योंकि यह मेटाबॉलिज़्म को बूस्ट करता है। वहीं, रात में सोने से पहले कैमोमाइल या लैवेंडर चाय पीने से आराम मिलता है और गहरी नींद आती है। एक महत्वपूर्ण बात यह है कि भोजन के तुरंत बाद चाय नहीं पीनी चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो सकता है।
चाय के सेवन को और भी अधिक स्वास्थ्यवर्धक बनाने के लिए आप उसमें कुछ सुपरफूड्स जोड़ सकते हैं। जैसे ताजे अदरक का टुकड़ा, जो पाचन क्रिया को सुधारता है, या नींबू, जो विटामिन C के अवशोषण में मदद करता है। अगर आप दूध डालते हैं तो आप इसमें पौधे से बने दूध जैसे बादाम या ओट मिल्क का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो हल्का और अधिक पौष्टिक होता है।
चाय पीने का अनुभव सिर्फ स्वाद तक सीमित नहीं होना चाहिए। चाय को धीरे-धीरे और पूरी तरह से महसूस करके पीने से मानसिक शांति मिलती है और आत्मकेंद्रित रहने का अनुभव होता है। आज के व्यस्त जीवन में चाय एक ऐसा पल हो सकता है जब आप अपने आप को और अपने शरीर को ध्यान से महसूस कर सकते हैं।
चाय का सेवन अब सिर्फ एक आदत नहीं बल्कि एक स्वास्थ्यवर्धक अभ्यास बन गया है। यदि आप सही तरीके से चाय का चुनाव करते हैं, सही समय पर पीते हैं और उसमें कुछ विशेष तत्व जोड़ते हैं, तो यह न सिर्फ आपकी सेहत को बेहतर बनाएगा, बल्कि आपके जीवन में संतुलन और शांति भी लाएगा। चाय के साथ यह छोटा सा ध्यान रखने से आप अपने शरीर और मानसिकता दोनों को स्वस्थ रख सकते हैं।
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