लखनऊ के पंतनगर में महिलाओं ने एक अनूठा प्रदर्शन किया, जहां वे अपने घरों के टूटने के खतरे के खिलाफ उठे। इस बारे में सबसे विस्तृत जानकारी के लिए पढ़ें।
लखनऊ के पंतनगर में, लगभग 800 मकानों को भूमि विकास प्राधिकरण और सिंचाई विभाग ने अवैध घोषित किया था, जिसके परिणामस्वरूप महिलाओं ने एक महत्वपूर्ण प्रतिरोध प्रदर्शन किया। इन महिलाओं ने गांधीगिरी के साथ अपने घरों की रक्षा की घोषणा की और सरकारी निर्णय के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। प्रदर्शन में शामिल हुई करीब 50 बेटियां और बच्चे ने भी इस मामले में अपनी आवाज बुलंद की।
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महिलाओं ने दावा किया कि उनके घरों की रजिस्ट्री सही है और उनके परिवार ने इन मकानों की निर्माण में अपनी पूंजी और मेहनत लगाई है। इस बात को लेकर स्थानीय प्रशासन के निर्णय पर उन्होंने सवाल उठाया और उनका विरोध किया कि यह निर्णय उनके अधिकारों के खिलाफ हो सकता है।
इसके अलावा लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सिंचाई विभाग से थ्रीडी नक्शे के माध्यम से मकानों के चिह्नांकन के लिए काम शुरू किया है। इसके साथ ही, नदी के किनारे बसे विभिन्न मोहल्लों के लोगों के आरोप भी दर्ज किए गए हैं कि सर्वे में गड़बड़ी की जा रही है और उनके घरों को अवैध घोषित किया जा रहा है।