उत्तर प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने महिला आयोग का पुनर्गठन किया है। इस नए गठन में बबीता चौहान को महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए महिला आयोग का पुनर्गठन किया है। बबीता चौहान को आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बबीता चौहान वर्तमान में आगरा की जिला पंचायत सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। वे महिला अधिकारों और सशक्तिकरण के मुद्दों पर लंबे समय से काम कर रही हैं और उनकी नियुक्ति से आयोग की कार्यक्षमता में सुधार की उम्मीद है।
इस बीच अपर्णा यादव जो कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू हैं, उनको महिला आयोग की उपाध्यक्ष के रूप में नामित किया गया है। अपर्णा यादव सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय रूप से शामिल रही हैं और उन्होंने कई सामाजिक कार्यों में भी योगदान दिया है। उनकी नियुक्ति को राजनीति के विभिन्न क्षेत्रों से समर्थन मिल रहा है और यह राज्य की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
चारू चौधरी जो गोरखपुर से ताल्लुक रखती हैं. महिला आयोग में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। चारू चौधरी महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाली एक प्रखर महिला नेता हैं और उनकी नियुक्ति से महिला आयोग के कार्यक्षेत्र में और व्यापकता आएगी।
यह नियुक्तियां उत्तर प्रदेश में महिला अधिकारों की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही हैं। राज्य सरकार ने इन प्रमुख पदों पर योग्य और समर्पित महिलाओं की नियुक्ति कर यह संकेत दिया है कि वे महिलाओं के प्रति किसी भी तरह के अत्याचार को सहन नहीं करेंगे और महिलाओं की आवाज़ को प्राथमिकता देंगे। इन नए सदस्यों की नियुक्ति से महिला आयोग को एक नई दिशा और दृष्टिकोण मिलने की उम्मीद है, जो महिलाओं के हितों की रक्षा और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा।