Ban on paddy cultivation:ऊधमसिंह नगर जिले में ग्रीष्मकालीन धान की खेती पर पाबंदी लगा दी गई है। इस संबंध में डीएम ने आदेश जारी कर दिए हैं। ग्रीष्मकालीन धान की खेती से होने वाले दुष्प्रभावों को देखते हुए डीएम ने ये आदेश जारी किए हैं।
Ban on paddy cultivation:ग्रीष्मकालीन धान की खेती के तमाम दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। इसी को देखते हुए उत्तराखंड के यूएस नगर जिले में डीएम ने ग्रीष्मकालीन धान की खेती पर रोक के आदेश जारी कर दिए हैं। डीएम के आदेश पर मुख्य कृषि अधिकारी ने इसका सर्कुलर भी जारी कर दिया है। अब दलहनी और जलभराव वाली कृषि भूमि में गन्ना और मक्का की जगह ग्रीष्मकालीन धान की पौध लगाने के लिए अनुमति लेनी होगी। यूएस नगर के डीएम उदयराज सिंह ने बताया, जिले में 1.08 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि में खरीफ मौसम में मुख्य रूप से धान की खेती की जाती है। किसान अतिरिक्त आय के लिए जायद फसल के मौसम में लगभग 20 से 22 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि में ग्रीष्मकालीन धान की खेती करते हैं, जो कि पर्यावरण के दृष्टिकोण से हानिकारक है।
ऊधमसिंह नगर के कृषि विभाग की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार जिले में 10 मई 2025 से 30 जून 2025 तक धान की सीधी बुवाई की जाएगी। एक मई से धान की रोपाई तक धान की पौध लगाई जाएगी। इसके बाद जिले में 10 जून से 15 अगस्त 2025 तक धान की रोपाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आदेश के खिलाफ प्रत्यावेदन 30 दिनों में मुख्य कृषि अधिकारी के कार्यालय में किया जा सकता है।