Sangam Nauj Crowd Control: सीएम योगी ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं के भारी दबाव और हादसे के कारणों पर जानकारी दी, अफवाहों से बचने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की। CM आवास पर चल रही बैठक हुई ख़त्म। अपर मुख्य सचिव गृह संजय प्रसाद,DGP प्रशांत कुमार और ADG लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश CM आवास से निकले।
Sangam Nauj Accident Update: महाकुंभ मेला में संगम नोज के पास हुई भगदड़ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के कारणों को स्पष्ट किया और श्रद्धालुओं से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रशासन हर जगह मौजूद है और लोग अफवाहों पर ध्यान न दें।
सीएम योगी ने बताया कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है और प्रयागराज में आज लगभग 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु उपस्थित हैं। कल 5.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में स्नान किया। श्रद्धालुओं के संगम नोज पर जाने के कारण भारी दबाव बना और रात 1 से 2 बजे के बीच कुछ श्रद्धालु बैरिकेड्स को फांदकर आगे बढ़ने की कोशिश की, जिससे कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे का कारण: सीएम योगी ने कहा कि संगम नोज पर श्रद्धालुओं के भारी दबाव के कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं ने अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेड्स पार करके आगे बढ़ने की कोशिश की, जिससे हादसा हुआ। प्रशासन पूरी तरह से श्रद्धालुओं के सुरक्षित स्नान के लिए काम कर रहा है।
सीएम योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह से चार बार इस घटना के बारे में जानकारी ली है। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। इस समय प्रयागराज में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन भारी दबाव बना हुआ है। उन्होंने कहा कि संतों से भी उनकी बात हुई है और सभी संतों ने यह सुनिश्चित किया है कि पहले श्रद्धालुओं का स्नान पूरी तरह से हो जाए, उसके बाद ही वे संगम की ओर जाएंगे।
जनता से अपील: सीएम योगी ने जनता से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और संयम से काम लें। उन्होंने कहा कि यह आयोजन सभी लोगों का है और प्रशासन उनकी सेवा में पूरी तरह से तत्पर है। सरकार हर प्रकार से सहयोग देने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि श्रद्धालुओं को संगम नोज जाने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि 15-20 किलोमीटर के दायरे में अस्थायी स्नान घाट बनाए गए हैं। श्रद्धालु जहां हैं, वहीं स्नान कर सकते हैं।
संतों और अखाड़ों से बातचीत: सीएम ने बताया कि संतों से भी उनकी बात हुई है और सभी संतों ने यह कहा है कि वे पहले श्रद्धालुओं का स्नान पूर्ण होने के बाद संगम की ओर जाएंगे। इस पर सभी अखाड़े सहमत हैं, जिससे स्थिति को सुचारू रूप से संभाला जा सके।
सीएम योगी ने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा, "यह एक सामूहिक आयोजन है और प्रशासन पूरी तरह से आपकी सेवा में है। हम आपसे अपील करते हैं कि आप संयम से काम लें और अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें। यह आयोजन शांति और सद्भावना के साथ संपन्न हो, यही हमारी प्राथमिकता है।"