लखनऊ

CM योगी पहुंचे लोकबंधु अस्पताल, बीमार बच्चों को देख हुए भावुक, इलाज में लापरवाही न बरतने के आदेश

Yogi In Action: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में फूड प्वाइजनिंग से प्रभावित बच्चों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों और अधिकारियों को बच्चों के समुचित इलाज और पोषणयुक्त भोजन की व्यवस्था के निर्देश दिए। बच्चों ने सीएम को अपने बीच पाकर खुशी जताई, जबकि उनकी हालत अब सामान्य बताई जा रही है।

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Mar 28, 2025
बच्चों के इलाज में कोई कोताही नहीं! CM योगी ने डॉक्टरों को दिए सख्त निर्देश, खाने-पीने की भी व्यवस्था करने को कहा

Food Poisoning Cm: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार सुबह लोकबंधु अस्पताल पहुंचे और फूड प्वाइजनिंग से प्रभावित बच्चों का हालचाल जाना। उन्होंने अस्पताल में भर्ती सभी 16 बच्चों से मुलाकात की और डॉक्टरों को उनके समुचित इलाज के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बच्चों से बातचीत कर उनकी तबीयत में सुधार का जायजा लिया और उन्हें जल्द स्वस्थ होने की शुभकामनाएं दीं। बच्चों ने भी मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर खुशी जाहिर की और उनका अभिनंदन किया।

डॉक्टर्स और प्रशासनिक अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश

मुख्यमंत्री ने अस्पताल के डॉक्टर्स और अधिकारियों को निर्देश दिया कि बच्चों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। उन्होंने कहा कि जब तक बच्चे पूरी तरह स्वस्थ न हो जाएं, तब तक उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज न किया जाए। साथ ही, सीएम ने उनके खाने-पीने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग से प्रभावित 16 बच्चों को गुरुवार को वार्ड नंबर 30 के अंतर्गत भर्ती किया गया था। फिलहाल, सभी बच्चों की हालत स्थिर है और उनकी नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है।

बच्चों से मिलकर भावुक दिखे मुख्यमंत्री योगी

अस्पताल में बच्चों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक नजर आए। उन्होंने बच्चों से उनकी तबीयत के बारे में पूछा और उन्हें जल्द ठीक होने की हिम्मत दी। मुख्यमंत्री की इस संवेदनशीलता को देखकर बच्चों और उनके अभिभावकों ने आभार जताया। अस्पताल में भर्ती बच्चों ने भी मुख्यमंत्री से मिलकर खुशी जाहिर की।

फूड प्वाइजनिंग की घटना और बचाव के उपाय

फूड प्वाइजनिंग की इस घटना के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएं। डॉक्टर्स ने बताया कि दूषित भोजन के कारण बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी, लेकिन समय पर उपचार मिलने से अब वे खतरे से बाहर हैं। मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन से यह सुनिश्चित करने को कहा कि बच्चों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाए। इसके अलावा, खाद्य एवं औषधि विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि खाने-पीने की वस्तुओं की गुणवत्ता की नियमित जांच की जाए।

मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव लीना जौहरी, लखनऊ मंडलायुक्त डॉ. रौशन जैकब, जिलाधिकारी विशाख जी, अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी, डॉ. सरोज और डॉ. राजीव दीक्षित भी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बच्चों की स्थिति और उनके इलाज की प्रगति की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस त्वरित कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर पूरी तरह गंभीर है। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि फूड प्वाइजनिंग जैसी घटनाओं की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।

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