Cold Weather Update:धूप की मौजूदगी के बावजूद, सर्द पछुआ हवाओं ने लखनऊ को कंपा दिया है। अधिकतम तापमान 17.1°C तक गिर गया है, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 7.4°C दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, कड़ाके की ठंड और तेज हवाओं का यह दौर एक सप्ताह तक जारी रहेगा।
Cold Weather Update: लखनऊ में इन दिनों कड़ाके की ठंड ने लोगों को कंपा दिया है। दिन में धूप निकलने के बावजूद पछुआ हवाओं के चलते गलन में कोई कमी नहीं आई। सर्द पछुआ हवा के असर से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, लखनऊ का अधिकतम तापमान 17.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.4 डिग्री कम है। तेज पछुआ हवाओं के कारण ठिठुरन में बढ़ोतरी हुई है।
गुरुवार को सुबह से ही धूप दिखाई दी, लेकिन तीन बजे के बाद पछुआ हवा की गति बढ़ने के कारण ठंड और अधिक हो गई। शाम तक ठिठुरन इतनी बढ़ गई कि धूप का असर भी बेअसर हो गया।
पिछले दो दिनों में राजधानी में कोल्ड डे की स्थिति रही। इस दौरान तापमान सामान्य से सात डिग्री तक नीचे पहुंच गया था। हालांकि, गुरुवार को तापमान में मामूली सुधार देखने को मिला, लेकिन ठंड का असर कम नहीं हुआ।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले तीन दिनों तक पछुआ हवाओं का जोर बना रहेगा। इस दौरान दिन में धूप तो निकलेगी, लेकिन तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि जनवरी के पहले सप्ताह तक ठंड का यह दौर जारी रहेगा।
.ठंड के इस दौर में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि:
.गर्म कपड़े पहने और शरीर को पूरी तरह से ढक कर रखें।
.सुबह और देर शाम बाहर निकलने से बचें।
.गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
.हीटर और आग का उपयोग करते समय सतर्क रहें।
ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने रैन बसेरों की व्यवस्था को दुरुस्त किया है। बेघरों के लिए अलाव जलाने और कंबल वितरण की व्यवस्था की गई है। नगर निगम ने सड़कों और चौराहों पर अलाव जलाने के निर्देश जारी किए हैं।
ठंड का असर जनजीवन पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। स्कूलों में उपस्थिति घट गई है। बाजारों और सड़कों पर भी चहल-पहल कम हो गई है। लोग जरूरी कामों के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं।
सर्दी का असर किसानों पर भी पड़ा है। फसलों पर पाला गिरने का खतरा बढ़ गया है। विशेषज्ञों ने किसानों को सुझाव दिया है कि वे फसलों को पाले से बचाने के लिए सिंचाई करें और खेतों के पास धुआं करें।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले सप्ताह तक तापमान में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है। धूप निकलेगी, लेकिन पछुआ हवाओं के कारण गलन बनी रहेगी। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।