लखनऊ

Deputy CM Action: सर्जरी के नाम पर रिश्वत लेने वाले डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई, उप मुख्यमंत्री ने दिए निलंबन के आदेश

Deputy CM Action: मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात सर्जन डॉ. देवेंद्र कुमार पर गर्भवती महिलाओं की सर्जरी और डिलीवरी के लिए रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगा है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस मामले पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए आरोपी डॉक्टर को तुरंत निलंबित करने के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दी है।

2 min read
Nov 26, 2024
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने शुरू की निलंबन की प्रक्रिया

 Deputy CM  Action: बुढ़ाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात सर्जन डॉ. देवेंद्र कुमार पर गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी और सर्जरी के नाम पर रिश्वत लेने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। इसके साथ ही, जनहित के कार्यों में लापरवाही और कर्तव्यहीनता की  शिकायतें भी दर्ज की गई हैं। स्थानीय लोगों की शिकायत पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने नाराजगी जाहिर करते हुए तुरंत सीएमओ को मामले की जांच के आदेश दिए। तीन सदस्यीय कमेटी की जांच में डॉक्टर पर लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए।

उप मुख्यमंत्री ने दिए सख्त निर्देश

स्वास्थ्य व्यवस्था को पारदर्शी और ईमानदार बनाने के अपने प्रयासों के तहत, उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ऐसे मामलों में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव ने आरोपी को सहारनपुर मंडल के मण्डलीय अपर निदेशक कार्यालय से संबद्ध करने के साथ-साथ आरोप-पत्र देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

विभाग की छवि पर धूमिल प्रभाव

डॉक्टर द्वारा रिश्वत लेने की घटना ने न केवल स्वास्थ्य विभाग की छवि को धूमिल किया है, बल्कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर भी सवाल खड़े किए हैं। गर्भवती महिलाओं जैसे संवेदनशील मामलों में भ्रष्टाचार का यह मामला जनता के विश्वास पर गहरी चोट करता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में दोषी डॉक्टर को न केवल सख्त सजा दी जाएगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक सुधार लाए जाएंगे।

स्वास्थ्य विभाग में सुधार की दिशा में कदम

उप मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया है कि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सतर्कता बढ़ाई जाए। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नियमित निगरानी और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है। इस घटना ने सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकता को रेखांकित किया है। जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई का संदेश प्रदेश भर में भेजा गया है।

मुख्य बिंदु

.डॉक्टर पर रिश्वत लेकर सर्जरी और डिलीवरी करने के आरोप।
.उप मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए निलंबन के आदेश दिए।
.तीन सदस्यीय कमेटी ने डॉक्टर को प्रथम दृष्टया दोषी पाया।
.स्वास्थ्य विभाग ने सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की।
.विभागीय छवि को नुकसान पहुंचाने के आरोप में सर्जन को किया गया सहारनपुर से संबद्ध।

Also Read
View All

अगली खबर