Gold Rate Lucknow: लखनऊ सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में एक बार फिर तेजी दर्ज की गई है। सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार 24 कैरेट सोना 1,28,300 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुँच गया है, जबकि चांदी 1,61,000 रुपये प्रति किलो पर बनी हुई है। निवेशकों में उत्साह और उपभोक्ताओं में चिंता बनी हुई है।
Gold Rate: राजधानी लखनऊ के सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार बढ़ते दामों और डॉलर-रुपया विनिमय दर में उतार-चढ़ाव के चलते सोना अपने रिकॉर्ड स्तरों की ओर अग्रसर है। लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन द्वारा जारी ताज़ा रेट के अनुसार, 24 कैरेट सोना 1,28,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। एसोसिएशन के पदाधिकारी विनोद माहेश्वरी ने बताया कि जारी दरें खुदरा ग्राहकों के लिए बिक्री मूल्य हैं। इनमें जीएसटी, मेकिंग चार्ज और हॉलमार्क शुल्क अतिरिक्त रूप से शामिल होंगे।
| शुद्धता | प्रति 10 ग्राम कीमत | प्रतिशत शुद्धता |
| 24 कैरेट | ₹1,28,300 | 100% |
| 22 कैरेट | ₹1,18,300 | 92% |
| 18 कैरेट | ₹97,700 | 76% |
| चांदी (ज्वेलरी ग्रेड) | ₹1,61,000 प्रति किलो | ---------- |
लखनऊ के अमीनाबाद, चौक, अलीगंज, इंदिरा नगर और हजरतगंज स्थित ज्वेलरी शोरूम में सुबह से ही ग्राहकों की चहल-पहल देखी गई। त्योहारों के बाद भी खरीदारों में निवेश की भावना बरकरार है। सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि गोल्ड की कीमतों में आई तेजी के बावजूद मांग में गिरावट नहीं आई है। राजू अग्रवाल, एक स्थानीय ज्वेलर ने बताया कि लोग अब सोने को केवल आभूषण नहीं बल्कि निवेश के रूप में देख रहे हैं। हर बार कीमत बढ़ने पर भी खरीदार लौटकर आते हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि सोने की वैल्यू कभी खत्म नहीं होती।”
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सोने के दामों में वृद्धि का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता, अमेरिका और यूरोप में आर्थिक मंदी की आशंका, तथा डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी है। विनोद महेश्वरी ने बताया कि बीते कुछ सप्ताहों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लगभग 20 डॉलर प्रति औंस महंगा हुआ है, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ा है। उन्होंने कहा कि भारत में सोने की कीमतें पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझान पर निर्भर करती हैं। जब डॉलर मजबूत होता है, तो रुपये की कीमत गिरती है, जिससे सोना महँगा हो जाता है। यही कारण है कि फिलहाल लखनऊ समेत देशभर में दरें रिकॉर्ड स्तर पर हैं।
केवल सोना ही नहीं, चांदी के दामों में भी तेज उछाल दर्ज किया गया है। सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार चांदी (ज्वेलरी ग्रेड) की दर ₹1,61,000 प्रति किलो तक पहुँच गई है। चांदी के व्यापारी अमित वर्मा के मुताबिक, चांदी के भावों में बढ़ोतरी का कारण औद्योगिक मांग में वृद्धि है कि इलेक्ट्रॉनिक और सोलर पैनल उद्योग में चांदी का उपयोग तेजी से बढ़ा है। इससे घरेलू बाजार में भी मांग बनी हुई है। यदि यह रुझान जारी रहा तो आने वाले महीनों में चांदी ₹1,70,000 प्रति किलो तक जा सकती है।
सामान्यतः दिवाली और धनतेरस के बाद बाजारों में सोने की खरीदारी कम हो जाती है, लेकिन इस बार हालात उलटे हैं। निवेशकों का विश्वास और महंगाई से बचाव के रूप में सोने की लोकप्रियता ने बाजार को संभाले रखा है।मालवीय नगर निवासी सीमा शर्मा ने बताया कि हम हर साल थोड़ा-थोड़ा सोना खरीदते हैं। इस बार कीमतें ऊँची हैं, लेकिन हमने बच्चों के भविष्य के लिए थोड़ा निवेश किया है। बैंक ब्याज से बेहतर रिटर्न सोना ही देता है।
सोने के दामों पर आरबीआई की ब्याज दर नीति और सरकार की आयात नीति का भी गहरा असर पड़ता है। सरकार समय-समय पर सोने पर आयात शुल्क में परिवर्तन करती है, जिससे घरेलू दामों में अस्थिरता आती है। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक महंगाई दर और भू-राजनीतिक तनाव बढ़ते हैं, तो आने वाले महीनों में सोने के दाम और ऊपर जा सकते हैं।
लखनऊ के फाइनेंशियल कंसल्टेंट डॉ. अरुण मिश्रा कहते हैं ,सोना न सिर्फ पारंपरिक संपत्ति है, बल्कि यह मुद्रास्फीति से बचाव का साधन भी है। जिन परिवारों ने नियमित रूप से सोने में निवेश किया है, वे हमेशा आर्थिक अस्थिरता के समय सुरक्षित रहे हैं।
सर्राफा व्यापारी संघ का अनुमान है कि यदि वैश्विक परिस्थितियाँ यही रहीं तो दिसंबर तक सोना ₹1,30,000 प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है। वहीं, चांदी ₹1,65,000 प्रति किलो तक पहुँचने की संभावना है। व्यापारी संघ ने ग्राहकों से अपील की है कि वे नकली सोने या अनाधिकृत विक्रेताओं से सावधान रहें और केवल अधिकृत शोरूम से ही खरीदारी करें।