Gold and Silver Prices : सोना और चांदी की बढ़ती कीमतें एक ओर निवेशकों को मजबूत रिटर्न का अवसर दे रही हैं, वहीं आम उपभोक्ताओं की जेब पर भार डाल रही हैं। आईये जानते हैं आज के नए दाम...
Gold and Silver Prices Surge Again in Lucknow: सर्राफा बाजार में एक बार फिर सोना और चांदी के दामों में तेजी देखी गई है। आर्थिक अस्थिरता, वैश्विक बाजारों में डॉलर की गिरावट और निवेशकों की सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ती रुचि के कारण कीमती धातुओं की कीमतें नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ रही हैं। गुरुवार को राजधानी लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना ₹1,31,000 प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹1,70,000 प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में डॉलर की कमजोरी और अमेरिका में ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता के चलते निवेशकों का झुकाव कीमती धातुओं की ओर बढ़ा है। विश्व स्तर पर सोने की कीमतें प्रति औंस 2,550 डॉलर के पार चली गई हैं, जो अब तक के उच्चतम स्तरों में से एक है। इस वैश्विक उछाल का सीधा असर भारतीय बाजारों पर पड़ा है। विश्लेषकों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां, मध्य पूर्व में जारी तनाव और तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश साधन के रूप में सोना और चांदी की ओर आकर्षित किया है।
भारत में शादी-ब्याह का सीजन शुरू होते ही सोने की मांग में तेजी देखी जा रही है। नवंबर से फरवरी तक चलने वाले विवाह सीजन के दौरान गहनों की खरीदारी में बड़ी उछाल आने की संभावना है। ज्वैलर्स के अनुसार, ग्राहक अभी भी सोने की बढ़ती कीमतों के बावजूद खरीदारी करने से पीछे नहीं हट रहे हैं, क्योंकि उन्हें भविष्य में और तेजी की उम्मीद है। सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद महेश्वरी ने बताया कि “सोना भारतीय संस्कृति में सिर्फ एक आभूषण नहीं, बल्कि एक निवेश है। कीमतें भले ही ऊँची हों, लेकिन ग्राहक यह मानते हैं कि यह लंबी अवधि में सुरक्षित विकल्प है।”
लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को रिटेल उपभोक्ताओं के लिए दरें इस प्रकार रहीं
(सभी दरों पर जीएसटी, मेकिंग चार्ज और हॉलमार्क शुल्क अलग से लागू होंगे।)
वित्त विशेषज्ञों का कहना है कि यह समय छोटे निवेशकों के लिए सावधानी का है। जिन लोगों ने पहले से सोने में निवेश किया है, उनके लिए यह अच्छा मुनाफे का अवसर है, जबकि नए निवेशकों को थोड़ी गिरावट का इंतजार करना चाहिए। फाइनेंशियल एनालिस्ट रवि अग्रवाल का कहना है “जो लोग लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए सोना अभी भी एक मजबूत विकल्प है। लेकिन शॉर्ट-टर्म निवेशक को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि दामों में उतार-चढ़ाव संभव है।”
लखनऊ के प्रसिद्ध ज्वेलर मधुरिमा ज्वेल्स के मालिक नीरज अग्रवाल का कहना है, “ग्राहकों की भीड़ कम नहीं हुई है। लोग आभूषणों के बजाय छोटे सोने के सिक्के और बिस्किट खरीदना पसंद कर रहे हैं। वहीं चांदी की खरीदारी भी इस समय बढ़ रही है, खासकर त्योहारों के उपहार के रूप में। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिसंबर तक सोने की कीमतें ₹1,35,000 प्रति 10 ग्राम तक जा सकती हैं। वहीं चांदी ₹1,75,000 प्रति किलो के पार भी जा सकती है। हालांकि, अगर डॉलर में मजबूती आई या ब्याज दरें बढ़ीं तो अस्थायी गिरावट देखी जा सकती है।
सर्राफा एसोसिएशन ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे केवल हॉलमार्क प्रमाणित सोना ही खरीदें और बिल अवश्य लें। नकली या बिना हॉलमार्क वाले आभूषणों की बिक्री बढ़ने का खतरा ऐसे दौर में सबसे अधिक होता है।