Border Extension: उत्तर प्रदेश की राजधानी में शहरी सीमा का विस्तार होने जा रहा है। एलडीए यानी लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है। बोर्ड बैठक की मंजूरी मिलते ही इसे लागू कर दिया जाएगा।
Border Extension: यूपी की राजधानी लखनऊ के लिए अच्छी खबर है। एलडीए यानी लखनऊ विकास प्राधिकरण ने राजधानी के सभी गांवों को एलडीए में शामिल करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जल्दी ही बोर्ड बैठक में इसे मंजूरी के लिए रखा जाएगा। लखनऊ के सरोजनीनगर विकास खंड, मलिहाबाद विकासखंड, काकोरी, बख्शी का तालाब, गोसाईगंज तथा मोहनलालगंज विकासखंड के सभी अवशेष गांचों और क्षेत्रों को भी एलडीए की सीमा में शामिल किया जाएगा।
लखनऊ औद्योगिक विकास प्राधिकरण (लीडा) की एलडीए से बाहर रखा जाएगा। इनके शामिल होने से एलडीए का विकास क्षेत्र 1058 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 2528 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा। इसमें करीब ढाई गुने की बढ़ोतरी हो जाएगी।
एलडीए की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव काफी समय से तैयार किया जा रहा था। विकासखण्डों के जो भी गांव छूटे थे, वह सभी लाए जा रहे हैं। इससे एलडीए का विकास क्षेत्र बढ़ रहा है। इसमें करीव ढाई गुने की बढ़ोत्तरी हो जाएगी। जुलाई के पहले सप्ताह में होने बाली बोर्ड बैठक में इसे मंजूरी के लिए रखा जाएगा।
एलडीए का सीमा विस्तार पहले बाराबंकी तक होना था। मगर शासन स्तर से इसे रोक दिया गया है। ऐसे में अब एलडीए केवल पूरे लखनऊ को ही सीमा में ले रहा है। पूरे जिले के गांव एलडीए में शामिल होने के बाद एलडीए का विकास क्षेत्र लगभग 25 सौ वर्ग किलोमीटर के करीब हो जाएगा। हालांकि बाराबंकी को इससे बाहर रखा गया है। अगर एलडीए में बाराबंकी भी शामिल कर लिया जाता तो एलडीए का विकास क्षेत्र 3091 वर्ग किमी हो जाता।