हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने 22 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। लेकिन इसमें भोले बाबा का नाम नहीं है। मुख्य सेवादार देव प्रकाश और अन्य अज्ञात सेवादारों और आयोजकों को आरोपी बनाया गया है।
Hathras Satsang case: मैनपुरी में बाबा साकार हरि के आश्रम में उस समय हड़कंप मच गया जब मीडिया को वहां जाने से रोक दिया गया। पुलिस ने खुलासा किया है कि बाबा साकार हरि आश्रम से फरार हो गए हैं। यह घटना हाथरस के सिकंदराराऊ थाने में दर्ज मुकदमे के बाद सामने आई है।
हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में 116 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर सिकंदराराऊ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। बाबा के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन हाथरस पुलिस ने बाबा को FIR में नामजद नहीं किया है। पुलिस ने सेवादार और अन्य आयोजकों पर ही केस दर्ज किया है।
सत्संग में आयोजन की शर्तों का उल्लंघन किया गया था। 80 हजार लोगों की अनुमति ली गई थी, लेकिन भीड़ ढाई से तीन लाख तक पहुंच गई। हाथरस की स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) और पुलिस भी भीड़ का सही अंदाजा नहीं लगा पाई। पुलिस-प्रशासन ने एसी कमरे में बैठकर सत्यापन किया, जिससे लापरवाही की स्थिति उत्पन्न हुई।
पुलिस की FIR में सारी लापरवाही सेवादारों की बताई गई है और उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया गया है। पुलिस-प्रशासन अपनी लापरवाही को छिपाने की कोशिश कर रहा है। इस घटना के बाद आज सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंच रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस घटना के बाद हालात का जायजा लेने और प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए आज सुबह 11 बजे हाथरस पहुंच रहे हैं। उनके दौरे से पहले पुलिस-प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मैनपुरी में बाबा साकार हरि के आश्रम में मीडिया की एंट्री पर रोक और बाबा का फरार होना मामले को और भी जटिल बना रहा है। पुलिस और प्रशासन पर उठ रहे सवालों के बीच मुख्यमंत्री योगी का दौरा महत्वपूर्ण है।