उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को बसपा संस्थापक कांशीराम जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर बसपा प्रमुख मायावती ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
कांशीराम जयंती पर मायावती ने कहा कि देशभर में बसपा कार्यकर्ताओं ने कांशीराम को नमन किया और उनके सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक उत्थान के आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
मायावती ने इस मौके पर बहुजन समाज के उत्थान की बात करते हुए कहा कि उन्हें गरीबी, बेरोजगारी, शोषण, उत्पीड़न, पिछड़ेपन, जातिवाद और सांप्रदायिक तनाव जैसी समस्याओं से बाहर निकलने के लिए अपनी मतदान शक्ति को पहचानना होगा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि बहुजन समाज को सत्ता की चाबी हासिल करना बेहद जरूरी है, क्योंकि यही उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान है।
इस दौरान मायावती ने खुद को 'आयरन लेडी' बताया और कहा कि उनकी पार्टी कथनी से ज्यादा करनी में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि जब बसपा सत्ता में थी, तब बहुजन समाज के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी गई थी। इसके विपरीत, अन्य राजनीतिक दलों द्वारा किए गए दावे केवल खोखले और भ्रामक साबित हुए।
मायावती ने बसपा कार्यकर्ताओं को कांशीराम के सिद्धांतों पर चलते हुए संगठित रहने और अपनी ताकत को पहचानने का संदेश दिया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि केवल सत्ता में आने से ही बहुजन समाज की समस्याओं का स्थायी समाधान संभव है।