LDA Auction: लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) आठ अगस्त से अपनी व्यावसायिक और आवासीय संपत्तियों की ई‑नीलामी आयोजित करेगा। नीलामी में रुचि रखने वाले निवेशक अब से एक माह तक ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। प्लॉट्स में वसंत कुंज सेक्टर‑एच के आवासीय भूखंड भी शामिल हैं, जिनकी आरक्षित दर 32,955 ₹/वर्ग मीटर तय की गई है।
LDA to Launch e-Auction for Residential & Commercial Plots: लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने एक बार फिर राजधानी में संपत्ति खरीदने वालों को बड़ी सौगात देने जा रहा है। प्राधिकरण अपनी आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों को ई-नीलामी के माध्यम से बेचने जा रहा है। यह नीलामी 8 अगस्त 2025 को आयोजित की जाएगी, जबकि इसके लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 5 जुलाई से प्रारंभ हो चुकी है, जो 7 अगस्त तक जारी रहेगी। इस पूरे अभियान के जरिए एलडीए शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित भूखंडों को पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से खरीददारों को सौंपेगा।
एलडीए की इस ई-नीलामी में वाणिज्यिक (Commercial) और आवासीय (Residential) दोनों प्रकार की संपत्तियों को शामिल किया गया है।
ये भूखंड लखनऊ के प्रमुख क्षेत्रों जैसे गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार, जानकीपुरम विस्तार, शारदानगर, सीजी सिटी, कानपुर रोड, ट्रांसपोर्ट नगर आदि में स्थित हैं।
ई-नीलामी में भाग लेने के लिए इच्छुक व्यक्ति को एलडीए की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए आवेदक को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
एलडीए की यह नीलामी न केवल पारदर्शिता के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे आम नागरिकों को बिना किसी बिचौलिये के सीधे प्राधिकरण से प्लॉट खरीदने का मौका मिलेगा। एक महीने तक पंजीकरण की सुविधा दी जा रही है ताकि लोग अपनी सुविधानुसार समय पर दस्तावेजों को तैयार कर सकें। अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब एलडीए इतनी बड़ी मात्रा में संपत्तियों की नीलामी कर रहा है, लेकिन इस बार नीलामी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और टेक्नोलॉजी बेस्ड बनाया गया है।
यह नीलामी उन लोगों के लिए भी सुनहरा मौका है जो लखनऊ में व्यावसायिक संस्थान खोलना चाहते हैं। मॉल, अस्पताल, स्कूल, होटल जैसी परियोजनाओं के लिए विशेष भूखंडों की व्यवस्था की गई है। इससे न सिर्फ़ शहर की रियल एस्टेट गतिविधियां बढ़ेंगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
रियल एस्टेट विशेषज्ञों का मानना है कि गृह निर्माण एवं व्यवसाय के क्षेत्र में लखनऊ की ग्रोथ बहुत तेज़ी से हो रही है। ऐसे में प्राधिकरण की ओर से उपलब्ध कराए गए भूखंड उचित मूल्य पर मिलने से खरीददारों को लाभ होगा। रियल एस्टेट कंसल्टेंट सौरभ श्रीवास्तव कहते हैं, “LDA की संपत्तियों में निवेश सुरक्षित होता है क्योंकि ये कानूनी रूप से स्वच्छ होती हैं और भविष्य में इनके दाम भी बढ़ते हैं। सरकारी संपत्ति में पारदर्शिता और विश्वास एक बड़ा फैक्टर है।”
एलडीए ने बीते वर्षों में भी इस तरह की कई नीलामियों की हैं। हालांकि, कुछ मामलों में लोगों ने समय पर भुगतान न कर पाने के चलते संपत्तियां गंवा दीं। इस बार प्राधिकरण ने नियमों को पहले से अधिक सख्त किया है। यदि बिड जीतने वाला व्यक्ति निर्धारित समय सीमा में पूर्ण भुगतान नहीं करता है, तो उसकी ईएमडी जब्त कर ली जाएगी और संपत्ति को दोबारा नीलामी में रखा जाएगा।
लखनऊ तेजी से स्मार्ट सिटी के रूप में उभर रहा है। सीजी सिटी, गोमती नगर विस्तार, जानकीपुरम जैसे क्षेत्रों में सड़कों, पार्कों, ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश से यहां की जमीन की मांग तेजी से बढ़ी है। ऐसे में एलडीए की संपत्तियों की मांग आने वाले समय में और बढ़ने की संभावना है।