Madrasa Seal:अवैध रूप से संचालित हो रहे 18 मदरसों को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में सील कर दिया गया है। इसी बड़ी कार्रवाई से मदरसा संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। शांति व्यवस्था बिगड़ने की आशंका को देखते हुए इस कार्रवाई की पहले किसी को भनक तक नहीं लगने दी गई।
Madrasa Seal:पुलिस प्रशासन ने अवैध मदरसों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ये मामला उत्तराखंड के यूएस नगर जिले का है। मंगलवार को एसडीएम खटीमा रविन्द्र बिष्ट और तहसीलदार पूजा शर्मा के नेतृत्व में सितारगंज और आसपास के क्षेत्रों में 10 जबकि काशीपुर में आठ मदरसे सील किए गए। इससे पहले टीमों ने मदरसों की जांच की। कार्रवाई के दौरान मदरसे बंद पड़े मिले। मदरसा संचालकों से दस्तावेज मांगे जो वह नहीं दिखा पाए। सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी, सीओ खटीमा विमल रावत के नेतृत्व में सितारगंज, किच्छा, नानकमत्ता, खटीमा, झनकइया थाने की पुलिस व पीएसी तैनात रही। सितारगंज, नानकमत्ता, खटीमा तहसील की राजस्व विभाग की टीम ने चेकिंग अभियान चलाया। टीम को सात मदरसे मस्जिदों में चलते मिले। प्रशासन ने उन पर नोटिस चस्पा किया। निजी मकानों में संचालित 10 मदरसों को सील कर दिया। पुलिस, प्रशासन की भारी तादात देखकर वार्ड व मोहल्ले के लोगों में हड़कंप मच गया।
अवैध मदरसों के संचालक कोई रिकार्ड नहीं दिखा पाये। मदरसों में पढ़ रहे बच्चों की जानकारी नहीं दी। मदरसा संचालकों ने प्रशासन को बताया कि मदरसे बंद हो चुके हैं। वह कोचिंग चलाते हैं। बच्चे स्कूलों में पढ़ते हैं। लेकिन कोचिंग का भी रिकार्ड नहीं था। कुछ मदरसे मस्जिदों में चल रहे थे। यहां कोतवाल नरेश चौहान, खटीमा कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी, कोतवाल झनकइया देवेन्द्र गौरव, कोतवाल किच्छा धीरेंद्र कुमार, इंसपेंक्टर अनिल उपाध्याय, एसओ पुलभट्टा प्रदीप मिश्रा, एसएसआई विक्रम सिंह धामी, खटीमा विरेंद्र सजवाण, कानूनगो खटीमा राजकुमार व ऋषपाल सिंह, नवनीत सिंह चौहान, संजय कुमार, आनंद शर्मा मौजूद रहे।
मदरसों पर कार्रवाई के दौरान विरोध और कानून व्यवस्था खतरे में पड़ने की आशंका थी। इसी को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने ये कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय रूप से संपन्न कराई। मौके पर पहुंचने से पहले किसी भी व्यक्ति को इतीन बड़ी कार्रवाई की भनक तक नहीं लगने दी गई। मंगलवार दोपहर 11 बजे कोतवाली में आसपास के थानों की पुलिस, पीएसी, फायर ब्रिगेड के वाहन पहुंचे। कुछ देर में खटीमा, नानकमत्ता, सितारगंज के अफसर पहुंचे थे।