लखनऊ

Maha Kumbh 2025: 15 दिन पहले श्रद्धालु खरीद सकेंगे वापसी का जनरल टिकट, जानिए ‘रेलवे’ की खास योजना

Maha Kumbh 2025: उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने बताया कि महाकुंभ 2025 में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए अच्छी व्यवस्था की जा रही हैं। ताकि यात्रियों को कोई भी असुविधा ना हो।

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Oct 04, 2024
Railway New Rules Maha Kumbh 2025

Maha Kumbh 2025: रेलवे ने आगामी महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है। इस नई व्यवस्था के तहत श्रद्धालु अब 15 दिन पहले वापसी के लिए अनारक्षित (जनरल) टिकट खरीद सकेंगे। यह व्यवस्था 9 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक लागू रहेगी, जो विशेष रूप से महाकुंभ में शामिल होने वाले यात्रियों के लिए है। इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को राहत देना है, ताकि उन्हें वापसी के समय टिकट को लेकर किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।

रेलवे की नई व्यवस्था: श्रद्धालुओं को बड़ी राहत

रेलवे का यह नया निर्णय महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए है। वर्तमान में, 200 किलोमीटर से अधिक की दूरी की यात्रा के लिए जनरल टिकट अधिकतम 3 दिन पहले ही मिल पाता है। लेकिन महाकुंभ के दौरान यह नियम शिथिल करते हुए 15 दिन पहले तक टिकट उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया है।

उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने बताया कि महाकुंभ 2025 में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। श्रद्धालुओं को अब प्रयागराज या आसपास के स्टेशनों से किसी भी गंतव्य के लिए 15 दिन पहले वापसी का जनरल टिकट मिल सकेगा।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अहम कदम

महाकुंभ में हर बार करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु देशभर से आते हैं। मेले के दौरान भीड़ प्रबंधन और श्रद्धालुओं को वापसी के दौरान होनी वाली कठिनाइयों को देखते हुए रेलवे ने यह निर्णय लिया है। यह नियम विशेष रूप से प्रयागराज जं., प्रयागराज रामबाग सिटी, नैनी, सूबेदारगंज, रामबाग, प्रयाग, प्रयाग घाट संगम, दारागंज, फाफामऊ, झूसी, विंध्याचल और छिवकी रेलवे स्टेशनों से लागू होगा। इससे श्रद्धालुओं को टिकट की समस्या से राहत मिलेगी और मेला समाप्त होने पर उन्हें टिकट के लिए ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ेगा।

नियम केवल महाकुंभ के लिए ही लागू

यह विशेष सुविधा केवल महाकुंभ के लिए ही लागू होगी और इसका लाभ 9 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक ही उठाया जा सकेगा। सामान्य परिस्थितियों में वापसी का टिकट 200 किलोमीटर से अधिक दूरी के लिए केवल 3 दिन पहले ही मिलता है, लेकिन इस विशेष व्यवस्था से महाकुंभ के श्रद्धालुओं को काफी राहत मिलेगी।

महाकुंभ एक विशाल धार्मिक आयोजन है जिसमें लाखों श्रद्धालु प्रयागराज में संगम के तट पर स्नान और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। इस दौरान यातायात और आवागमन को सुचारू बनाए रखने के लिए रेलवे का यह कदम बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। रेलवे की इस नई व्यवस्था से श्रद्धालुओं को ना सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि मेले के बाद घर वापसी के दौरान टिकट की चिंता भी कम होगी।

महाकुंभ 2025 को सफल और सुविधाजनक बनाने के लिए रेलवे ने इस महत्वपूर्ण कदम की घोषणा की है। इस व्यवस्था से मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी और उनका अनुभव और भी बेहतर होगा। रेलवे ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है ताकि महाकुंभ के दौरान किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके।

जानिए कहा लागू है यह नियम

 यह नियम पूरे भारत के लिए लागू नहीं है। रेलवे ने यह विशेष व्यवस्था सिर्फ महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज और इसके आस-पास के स्टेशनों पर लागू की है। यह सुविधा केवल महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की वापसी यात्रा के लिए है।

यह नियम निम्नलिखित स्टेशनों पर ही लागू होगा:

प्रयागराज जंक्शन
प्रयागराज रामबाग सिटी
नैनी
सूबेदारगंज
रामबाग
प्रयाग
प्रयागघाट संगम
दारागंज
फाफामऊ
झूसी
विंध्याचल
छिवकी

महाकुंभ के दौरान ये स्टेशन मुख्य केंद्र होंगे जहां से श्रद्धालु अपनी वापसी के लिए 15 दिन पहले जनरल टिकट खरीद सकेंगे। अन्य स्थानों के लिए यह नियम लागू नहीं है और सामान्य स्थिति में देशभर में जनरल टिकट यात्रा की तारीख से अधिकतम 3 दिन पहले ही खरीदा जा सकता है। यह व्यवस्था 9 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक के लिए ही लागू रहेगी, और उसके बाद सामान्य नियम वापस आ जाएंगे।

Published on:
04 Oct 2024 08:19 am
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