लखनऊ

PM Awas Yojana: लखनऊ छावनी के विस्थापित परिवारों को मिला नया आशियाना: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सौंपी चाबियां

PM Awas Yojana Lucknow: लखनऊ छावनी परिषद के 17 विस्थापित परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवंटित फ्लैट्स की चाबी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सौंपी। वर्षों से रक्षा भूमि पर रह रहे इन परिवारों को बेघर होने से बचाने हेतु यह मानवीय और प्रशासनिक प्रयास बेहद सराहनीय माना जा रहा है।

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Apr 20, 2025
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 17 परिवारों को मिला पुनर्वास, लखनऊ विकास प्राधिकरण और छावनी परिषद की संयुक्त पहल

Pradhan Mantri Awas Yojana: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को एक ऐतिहासिक कदम के तहत लखनऊ छावनी परिषद के 17 विस्थापित परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) द्वारा आवंटित फ्लैट्स की चाबियां सौंपीं। यह परिवार पिछले 70 वर्षों से रक्षा मंत्रालय की भूमि पर अनाधिकृत रूप से निवास कर रहे थे। हाल ही में जब इन्हें भूमि खाली करने का निर्देश दिया गया, तो इन पर आवासहीनता का संकट मंडरा गया था।

इस गंभीर समस्या को रक्षा मंत्री के संज्ञान में लाया गया, जिन्होंने तत्परता से निर्देश जारी करते हुए इन परिवारों के पुनर्वास की प्रक्रिया आरंभ करवाई। लखनऊ छावनी परिषद ने तत्काल लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) और जिलाधिकारी लखनऊ से इस संदर्भ में औपचारिक पत्राचार किया। परिणामस्वरूप, एलडीए ने बोर्ड बैठक में छावनी परिषद के प्रस्ताव को पारित करते हुए 17 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत फ्लैट्स आवंटित कर दिए।

यह कार्यक्रम लखनऊ छावनी परिषद के इतिहास में एक संवेदनशील सामाजिक पहल के रूप में याद किया जाएगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी, कैंटोनमेंट बोर्ड के सीईओ अभिषेक राठौर और लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी प्रथमेश कुमार जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार की मंशा किसी को भी बेघर नहीं करने की है, और इसी दिशा में यह पहल की गई है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भविष्य में किसी भी ऐसे मामले में मानवीय दृष्टिकोण से निर्णय लिया जाए और पुनर्वास की व्यवस्था पहले सुनिश्चित की जाए। राजनाथ सिंह ने लाभार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह नए मकान सिर्फ ईंट और गारे से बने ढांचे नहीं, बल्कि आत्म सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक हैं।

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