Uttar Pradesh को हरा-भरा बनाने के लिए आज शुरू हो गया है, वृक्षारोपण का महाअभियान। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के अकबरनगर में हरिशंकरी का पौधा लगाकर 'पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान-2024' का शुभारंभ किया ।
Uttar Pradesh सरकार द्वारा आज एक विशाल वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की जा रही है, जिसके तहत एक ही दिन में 36.50 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस महाअभियान का शुभारंभ लखनऊ के अकबरनगर में हरिशंकरी का पौधा लगा कर किया । यह अभियान राज्य भर में चलाया जा रहा हैं। जिसमें सभी 18 मंडलों में पौधे लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज लखनऊ और गोरखपुर में भी वृक्षारोपण करेंगे, जबकि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक उन्नाव और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सीतापुर में पौधारोपण करा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पौधारोपण को जनांदोलन बनाने का निर्देश दिया है, ताकि यह अभियान सफलतापूर्वक पूरा हो सके।
कुछ दिन पहले ही अकबरनगर में अवैध निर्माण को हटाया गया था। कुकरेल नदी के किनारे बसे इन निर्माणों को हटाकर नदी के सुंदरीकरण के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया था। अब यहां पौधारोपण कर हरित क्षेत्र का विकास किया जाएगा।
इस अभियान में आमजन के साथ सरकारी कार्यालय, विद्यालय और संस्थाएं भी सहभागी बनेंगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़कों, नदियों और अमृत सरोवरों के किनारे पौधारोपण करने का निर्देश दिया है। छायादार, फलदार, इमारती लकड़ी वाले और औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही पूर्वजों, महापुरुषों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों की स्मृति में वाटिकाओं का निर्माण भी किया जाएगा।
पौधरोपण के साथ ट्री-गार्ड लगाने का भी प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे पौधों के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर अपलोड करें, ताकि अभियान को और बढ़ावा मिल सके।
सीएम योगी आज 2 दिवसीय दौरे पर गोरखपुर आएंगे। शाम 4 बजे वे शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान में पौधारोपण महाअभियान में हिस्सा लेंगे, जहां 1001 पौधे लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री कल सुबह गुरु पूर्णिमा का कार्यक्रम भी परंपरागत तरीके से मनाएंगे, जो दिग्विजय नाथ सभागार में आयोजित होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर प्रदेश में 'एक पेड़ मां के नाम' का विशेष अभियान भी चलाया जाएगा। इसके तहत लोग अपनी माताओं के नाम पर पौधे लगाएंगे और उनका संरक्षण करेंगे।
यह महाअभियान उत्तर प्रदेश को हरित राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और प्रदेश के पर्यावरण को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।