UP Weather: उत्तर भारत में सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर प्रदेश में फिर मौसम बदलने वाला है। 1 मई से लखनऊ समेत कई जिलों में तेज हवाएं, धूल भरी आंधी, गरज-चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। इससे दिन के तापमान में गिरावट आ सकती है।
UP Weather Storm Alert: उत्तर भारत में एक बार फिर से मौसम करवट लेने वाला है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा, धूल भरी आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) की सक्रियता के चलते 1 मई से प्रदेश में मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ ने विशेष चेतावनी जारी करते हुए कहा कि विशेषकर पश्चिमी व मध्य यूपी के जिलों में इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार लखनऊ, आगरा, मेरठ, अलीगढ़, बरेली, कानपुर, प्रयागराज, शाहजहांपुर और मुरादाबाद जैसे जिलों में मौसम में बदलाव ज्यादा प्रभावी रहेगा। यहां तेज हवाएं (30 से 50 किमी/घंटा) चल सकती हैं, जो धूल भरी आंधी का रूप ले सकती हैं। इसके साथ ही कई जगहों पर गरज-चमक के साथ बारिश और ओले गिरने की भी संभावना जताई गई है।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ एक ऐसा मौसमी तंत्र होता है जो आमतौर पर ईरान और अफगानिस्तान के क्षेत्र से होता हुआ जम्मू-कश्मीर और हिमाचल की पहाड़ियों तक पहुंचता है। इससे चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनता है, जो मैदानी इलाकों में नमी लेकर आता है और इसी के चलते गर्म हवाओं से टकराकर मौसम में उथल-पुथल पैदा होती है। इस बार भी यही हो रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में सक्रिय हो रहा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अब पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहा है, जिससे गरज-चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि की आशंका बढ़ गई है।
मौसम विभाग के अनुसार बारिश और हवाओं के चलते अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है। जहां दिन की शुरुआत हल्की ठंडी हवा से होगी, वहीं दोपहर के बाद मौसम गरम और उमस भरा हो सकता है। इसके बाद शाम को आंधी और बौछारें मौसम को पलट सकती हैं।
कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि गेंहू, आम और सब्जियों की फसलें इस समय काफी संवेदनशील हैं।
अगर ओलावृष्टि होती है तो सीधे फसलों को नुकसान पहुंचेगा। ऐसे में नैट, पॉलीहाउस, या छायादार व्यवस्था का उपयोग कर सकते हैं। किसानों को सुझाव है कि जल्द से जल्द कटाई करके उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाए।
तेज आंधी और बारिश के चलते ट्रैफिक में बाधा, पेड़ गिरने, बिजली सप्लाई में रुकावट और छोटे दुकानदारों को नुकसान की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा है और नगर निगमों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। यह मौसमी बदलाव केवल 1 या 2 दिन तक सीमित नहीं रहेगा। विभाग के अनुसार, अगले 72 घंटों तक मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। 2 और 3 मई को भी कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है, जबकि पूर्वी यूपी में इसका असर अपेक्षाकृत कम रहेगा।