Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश सरकार में तीन मंत्रियों की प्रतिष्ठा बचाने की चुनौती है। इसमें एक मंत्री के पिता भी चुनावी मैदान में हैं। ऐसे में उनके सामने तीसरे चरण में होने वाले मतदान में पिता को 'सांसद' बनाने की कड़ी चुनौती है। आइए जानते हैं।
UP Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे 'वीआईपी' उम्मीदवारों की धड़कनें तेज हो रही हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। दरअसल, तीसरे चरण में यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर सात मई को मतदान होना है। इसमें मैनपुरी, हाथरस और एटा लोकसभा सीट यूपी की योगी सरकार के मंत्रियों के लिए प्रतिष्ठा से जुड़ी है।
लोकसभा के तीसरे चरण में मैनपुरी की दिलचस्प चुनावी लड़ाई में सपा की मौजूदा सांसद डिंपल यादव के सामने भाजपा ने राज्य सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को मैदान में उतारा है। जयवीर मैनपुरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं। मैनपुरी सीट पर साल 1996 से सपा का कब्जा रहा है। भाजपा यहां अब तक खाता नहीं खोल पाई है। हालांकि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में इस लोकसभा सीट की दो विधानसभा सीटें भाजपा जीतने में कामयाब रही। इस बार लोकसभा चुनाव में यहां योगी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह के सामने चुनाव जीतने की कड़ी चुनौती है।
योगी सरकार के राजस्व राज्य मंत्री अनूप वाल्मीकि को भी तीसरे चरण में परीक्षा से गुजरना होगा। वह अलीगढ़ के खैर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। भाजपा ने उन्हें हाथरस सीट से चुनावी जंग में उतारा है। उन्हें सपा के जसवीर वाल्मीकि और बसपा के हेमबाबू धनगर से लोहा लेना होगा। देखना होगा कि ग्राम प्रधान से विधायक और फिर राज्य मंत्रिमंडल का सदस्य बने अनूप वाल्मीकि हाथरस सीट को फिर भाजपा की झोली में डाल पाते हैं या नहीं। तीसरे चरण में जिन क्षेत्रों में चुनाव हो रहा है, उनसे संबंधित राज्य सरकार के मंत्रियों के लिए भी यह चरण चुनौती भरा है।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह लोकसभा चुनाव के तहत तीसरे चरण में एटा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। राजवीर सिंह के बेटे संदीप सिंह यूपी की योगी सरकार में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। इसके साथ ही वह एटा लोकसभा सीट के पड़ोस में अतरौली विधानसभा सीट से विधायक भी हैं। ऐसे में पुत्र होने के नाते पिता को सांसद बनाने के लिए संदीप सिंह की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। यूपी की योगी सरकार के ये मंत्री अपनी प्रतिष्ठा बचाने में कामयाब होते हैं या फिर मात खाएंगे। ये तो 4 जून को आने वाला परिणाम ही बताएगा। बहरहाल इन तीनों लोकसभा सीटों पर कांटे की लड़ाई मानी जा रही है।