योगी सरकार की कोशिश और जागरूकता अभियानों का ही नतीजा है कि उत्तर प्रदेश में महिला पुरुष लिंगानुपात में ऐतिहासिक सुधार दर्ज किया गया है। आंकड़ों के मुताबिक प्रति हजार पुरुषों पर 1020 महिलाएं हैं। जो यह बताती हैं कि कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथा पर प्रभावी तौर पर काबू किया जा सका है।
सरकार की योजनाओं और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों ने लोगों की मानसिकता को काफी हद तक बदला है। बेटियों को समान अवसर प्रदान करने की दिशा में प्रदेश ने यह कामयाबी हासिल कर ली है।
योगी सरकार के 8 साल पूरे होने पर उपलब्धियों का लेखा-जोखा पेश किया गया। सरकार की ओर से जारी आंकड़ो के अनुसार प्रदेश में अब प्रति 1000 पुरुषों पर 1020 महिलाएं हैं, शहरी क्षेत्र में जहां यह प्रति 1000 पुरुष पर 985 महिला हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं का लिंगानुपात 1000 पुरुषों के मुकाबले 1037 है।
योगी सरकार ने तरफ से कन्या भ्रूणहत्या हत्याओं को रोकने के लिए ‘कन्या जन्मोत्सव’ पहल की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य बालिकाओं के जन्म को उत्सव की तरह मनाना और समाज में लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करना है। प्रदेश में अब तक 3,822 कार्यक्रम आयोजित कर 35,489 बालिकाओं के जन्म का उत्सव मनाया जा चुका है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत अब तक 23 लाख से अधिक लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है। इस योजना के तहत बालिका के जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक आर्थिक सहायता दी जाती है।