बिना पंजीकरण और मानकों के विपरीत संचालित हो रहे अस्पतालों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम ने रतनपुरा क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए तीन अस्पतालों को सील किया। इसी बीच मोहम्मदाबाद गोहना क्षेत्र में बिना पंजीकरण वाले एक अस्पताल में गर्भवती महिला अंजू की मौत हो गई।
Mau News: मऊ जनपद में बिना पंजीकरण और मानकों के विपरीत संचालित हो रहे अस्पतालों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम ने रतनपुरा क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए तीन अस्पतालों को सील किया। इसी बीच मोहम्मदाबाद गोहना क्षेत्र में बिना पंजीकरण वाले एक अस्पताल में गर्भवती महिला अंजू की मौत हो गई।
चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के कमरहवा निवासी दीपक मौर्या ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने पर वह शनिवार सुबह पत्नी अंजू को मुहम्मदाबाद गोहना-मऊ मार्ग स्थित एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया, लेकिन हालत बिगड़ने पर हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद परिजन उसे आजमगढ़ के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अंजू की शादी नवंबर 2024 में हुई थी और यह उसकी पहली संतान होने वाली थी।
अगस्त माह में अब तक चार महिलाओं की मौत बिना पंजीकरण वाले अस्पतालों और नर्सिंग होम में हो चुकी है। इस पर सपा सांसद राजीव राय ने चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासन से कड़ा रुख अपनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिले की प्रत्येक तहसील और नगर में चल रहे फर्जी अस्पताल व नर्सिंग होम पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
इधर, बहादुरगंज रोड स्थित एक बिना पंजीकरण का अस्पताल अभियान शुरू होते ही मिलीभगत से बकवल मोड़ पर शिफ्ट हो गया। वहीं, अधिकारियों की कार्रवाई उस समय चल रही थी जब एक और महिला की जान ऐसी ही लापरवाही की भेंट चढ़ गई।