कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर भारी काफिले के विधायक सुधाकर सिंह को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे, जहां पर उन्होंने सुधाकर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके छोटे बेटे सुजीत सिंह से मिलकर शोकाकुल परिवार को सांत्वना भी दी।
सुधाकर सिंह का असमय चला जाना लोगों को काफी दुख पहुंचा रहा। जनता तो जनता उनके राजनैतिक प्रतिद्वंदी भी उनको श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंच रहे हैं। इन्हीं प्रतिद्वंदियों में से एक रहे कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर भारी काफिले के विधायक सुधाकर सिंह को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे, जहां पर उन्होंने सुधाकर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके छोटे बेटे सुजीत सिंह से मिलकर शोकाकुल परिवार को सांत्वना भी दी।
अरविंद राजभर का विधायक सुधाकर सिंह के घर पहुंचना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि सुधाकर सिंह के लिए सभी दलगत सीमाएं टूट गई है और उनके धुर विरोधी भी उनको श्रद्धांजलि देने से पीछे नहीं हट रहे हैं। श्रद्धांजलि देने पहुंचे अरविंद राजभर हों या पूर्व राज्यपाल फागू चौहान या फिर मंत्री दारा सिंह चौहान, सभी सुधाकर सिंह के राजनीतिक विरोधी रहे हैं, परंतु जब सुधाकर सिंह का निधन हुआ है तो सभी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं। अरविंद राजभर का उनके आवास पर पहुंचना लोगों में इसलिए चर्चा का विषय बना हुआ है कि जब 2023 में विधानसभा उप चुनाव हुए तो सुधाकर सिंह मंत्री दारा सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे । उस दौरान ओमप्रकाश राजभर और उनके बेटे अरविंद राजभर ने पूरे दमखम के साथ सुधाकर सिंह के खिलाफ प्रचार किया। चुनावी माहौल इस तरह का बना हुआ था कि जैसे मंत्री दारा सिंह चौहान के बजाय मंत्री ओमप्रकाश राजभर ही चुनाव लड़ रहे हों। ओमप्रकाश राजभर और बेटे अरविंद राजभर के लाख प्रयासों के बावजूद भी सुधाकर सिंह को भारी बहुमत से जीत मिली थी, परंतु अब जब सुधाकर सिंह का निधन हो गया है तो जितने भी उनके प्रतिद्वंदी नेता रहे हैं सभी उनको श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं ।