जिले के परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में नए शिक्षा सत्र से बच्चों को अंतरिक्ष विज्ञान की पढ़ाई कराई जाएगी। कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को ग्रह, उपग्रह, ब्रह्मांड, गगनयान और चंद्रयान मिशन की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) अंतरिक्ष से जुड़े तथ्यों पर आधारित नया कोर्स तैयार कर रही है।
Mau News: मऊ जिले के परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में नए शिक्षा सत्र से बच्चों को अंतरिक्ष विज्ञान की पढ़ाई कराई जाएगी। कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को ग्रह, उपग्रह, ब्रह्मांड, गगनयान और चंद्रयान मिशन की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) अंतरिक्ष से जुड़े तथ्यों पर आधारित नया कोर्स तैयार कर रही है।
कोर्स में आदित्य एल-वन मिशन, चंद्रयान और गगनयान की पूरी जानकारी के साथ अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा और कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा से जुड़े संस्मरण भी शामिल होंगे। छात्रों की रुचि बढ़ाने के लिए इसका कुछ हिस्सा ऑडियो-वीडियो स्वरूप में भी उपलब्ध कराया जाएगा।
जिले के 757 प्राथमिक, 159 उच्च प्राथमिक और 259 कंपोजिट विद्यालयों में करीब 1.10 लाख बच्चे अध्ययनरत हैं। स्मार्ट क्लास के माध्यम से उन्हें ग्रह, उपग्रह और अंतरिक्ष यान से जुड़े विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल इसे विज्ञान विषय के अंतर्गत शामिल किया जाएगा, लेकिन बेहतर परिणाम आने पर इसे एआई की तरह अलग कोर्स के रूप में भी संचालित किया जा सकता है।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ. संदीप राय ने बताया कि नए शिक्षा सत्र से ग्रह, उपग्रह और अंतरिक्ष यान का अध्यापन शुरू हो जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया तेज कर दी गई है। इस कदम से छात्रों में विज्ञान और अंतरिक्ष तकनीक के प्रति गहरी रुचि विकसित होने की उम्मीद है।