पूर्व सांसद अतुल राय के जेल से बाहर आने के बाद से उनका लगातार जनसंपर्क दौरा सुर्खियों में है। पूरे जिले में काफिले के साथ उनके भ्रमण के बीच एक बात लोगों का खास ध्यान खींच रही कि अतुल राय के वाहन पर बसपा का झंडा नदारद है, जबकि वे बसपा के टिकट पर ही सांसद चुने गए थे और उन्होंने बीएसपी छोड़ने और किसी और पार्टी से जुड़ने का कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया है।
Ghosi News: घोसी लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद अतुल राय के जेल से बाहर आने के बाद से उनका लगातार जनसंपर्क दौरा सुर्खियों में है। पूरे जिले में काफिले के साथ उनके भ्रमण के बीच एक बात लोगों का खास ध्यान खींच रही कि अतुल राय के वाहन पर बसपा का झंडा नदारद है, जबकि वे बसपा के टिकट पर ही सांसद चुने गए थे और उन्होंने बीएसपी छोड़ने और किसी और पार्टी से जुड़ने का कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया है।
झंडे के न लगने को लेकर क्षेत्र में अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनके साथ बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राज विजय और वर्तमान मंडल प्रभारी संतोष राजभर लगातार मौजूद हैं। पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारियों की मौजूदगी के बावजूद झंडा न लगना लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
स्थानीय राजनीतिक गलियारे में यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या जेल से बाहर आने के बाद अतुल राय अपनी राजनीतिक दिशा बदलने की तैयारी में हैं? क्या यही वजह है कि उनके काफिले से बसपा का झंडा गायब है?
अतुल राय के आगामी राजनीतिक फैसलों को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है, और लोग यह अनुमान लगाने में जुटे हैं कि उनका अगला राजनीतिक कदम क्या होगा?
आपको बता दें कि अतुल राय 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा बसपा गठबंधन से घोसी से बीएसपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव जीत कर सांसद चुने गए थे,परंतु चुनाव के दौरान ही उन्हें जेल जाना पड़ा था और उनका पूरा कार्यकाल जेल में ही गुजरा था।