पिरुआ गांव में वारंटी को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर दबंगों ने पथराव कर दिया। इस हमले में दोनों थानों के उप निरीक्षक समेत छह पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें तीन महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं। पथराव के दौरान एक दरोगा की उंगली टूट गई, जबकि दो पुलिसकर्मियों की वर्दी भी फाड़ दी गई।
Mau News: मऊ जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र के पिरुआ गांव में वारंटी को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर दबंगों ने पथराव कर दिया। इस हमले में दोनों थानों के उप निरीक्षक समेत छह पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें तीन महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं। पथराव के दौरान एक दरोगा की उंगली टूट गई, जबकि दो पुलिसकर्मियों की वर्दी भी फाड़ दी गई। पुलिस ने वारंटी सहित छह नामजद और एक अज्ञात आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
घटना शनिवार सुबह करीब 10 बजे की है। जानकारी के अनुसार, पिरुआ गांव निवासी शिवप्रताप सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई मामलों में बलिया जनपद की सिविल कोर्ट में वर्ष 2024 से मुकदमा चल रहा है। लगातार गैरहाजिर रहने पर सीजेएम जूनियर डिवीजन न्यायालय ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
वारंट की तामील के लिए बलिया जिले के पकड़ी थाना से उप निरीक्षक भूपेंद्र नारायण सिंह और हेड कांस्टेबल विमलेश पटेल शनिवार सुबह रानीपुर थाना पहुंचे और स्थानीय पुलिस से सहयोग मांगा। इसके बाद रानीपुर थाने के उप निरीक्षक देवेश मिश्रा, महिला उप निरीक्षक सुधा अग्रहरि, कांस्टेबल प्रियंका मिश्रा और प्रिया सिंह के साथ पुलिस टीम पिरुआ गांव पहुंची।
आरोप है कि शिवप्रताप सिंह उस समय घर के बाहर अलाव जलाकर बैठा था। पुलिस ने उसे वारंट दिखाकर साथ चलने को कहा, जिस पर उसने वारंट छीनकर फाड़ दिया। इसके बाद आरोपी और उसके परिजनों ने मिलकर पुलिस टीम पर पथराव कर दिया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। घटना के बाद आरोपी और उसके परिजन घर में ताला बंद कर फरार हो गए।
इस संबंध में थानाध्यक्ष रानीपुर प्रमोद कुमार ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए शनिवार और रविवार को पांच संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई है। मामले में सख्त कार्रवाई की जा रही है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।