उपजिलाधिकारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि कार्रवाई के दौरान महिलाओं द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया, यहां तक कि कॉलर पकड़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में समुचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा और दोषियों के खिलाफ एफआईआर होगी।
Mau Crime News: मऊ जनपद के मधुबन तहसील क्षेत्र अंतर्गत काठतराव गांव में वर्षों से चला आ रहा खड़ंजा और सार्वजनिक रास्ते का विवाद उस समय गंभीर मोड़ पर पहुंच गया, जब जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासनिक अमला मौके पर कार्रवाई के लिए पहुंचा। 30 मीटर लंबे सार्वजनिक मार्ग को खुलवाने की प्रक्रिया शुरू होते ही माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया और विरोध में उतरी महिलाओं ने राजस्व कर्मियों व अधिकारियों का घेराव करते हुए शारीरिक प्रतिरोध शुरू कर दिया।
कार्रवाई के दौरान धक्का-मुक्की और तीखी नोकझोंक का दृश्य सामने आया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला और भी तूल पकड़ता नजर आ रहा है। मौके पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद हालात काफी देर तक नियंत्रण में नहीं आ सके।
इस संबंध में उपजिलाधिकारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि कार्रवाई के दौरान महिलाओं द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया, यहां तक कि कॉलर पकड़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में समुचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा और दोषियों के खिलाफ एफआईआर होगी। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी मधुबन अभय सिंह भी मौके पर पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था संभाली।
एसडीएम ने बताया कि जिस खड़ंजे का निर्माण कराया जा रहा है वह संपूर्ण गांव का एकमात्र सार्वजनिक मार्ग है, जिस पर वर्ष 2023 और 2024 में सरकारी धन खर्च किया जा चुका है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी द्वारा लिखित रूप से पुष्टि भी की गई है। उन्होंने कहा कि विजयशंकर तिवारी और उनके परिजन बार-बार न्यायालय के आदेश का हवाला देकर कार्य रोकने का प्रयास कर रहे थे, जबकि अपर आयुक्त के स्पष्ट आदेश हैं कि मार्ग का निर्माण कराया जाए।
एसडीएम के अनुसार हाईकोर्ट द्वारा संबंधित पक्ष को लोअर कोर्ट जाने के निर्देश दिए गए थे, जहां मामला अभी विचाराधीन है। उन्होंने आरोप लगाया कि संबंधित लोगों द्वारा आबादी की भूमि पर बाउंड्री वॉल बनाकर कब्जा किया गया है और सार्वजनिक रास्ते को अवरुद्ध किया जा रहा था।